कद्दू एक पोषक और स्वास्थ्य वर्धक सब्जी है।
यह ठंडक पहुंचाने वाला होता है।
मूत्रवर्धक होता है और पेट संबंधी गड़बड़ियों में भी लाभकारी रहता है।
कद्दू में मुख्य रूप से बीटा केरोटीन पाया जाता है, जिससे विटामिन ए मिलता है।
पीले और संतरी कद्दू में केरोटीन की मात्रा अपेक्षाकृत ज्यादा होती है।
बीटा केरोटीन एंटीऑक्सीडेंट होता है जो शरीर में फ्री रैडिकल से निपटने में मदद करता है।
जानिये कद्दू लाजवाब के 7 उपयोगी गुण.
इसे डंठल की ओर से काटकर तलवों पर रगड़ने से शरीर की गर्मी खत्म होती है। कद्दू लंबे समय के बुखार में भी असरकारी होता है। इससे बदन की हरारत या उसका आभास दूर होता है। कहने-सुनने में भले ही ‘कद्दू’ शब्द का प्रयोग व्यंग्यात्मक रूप में किया जाता हो, लेकिन ‘व्यंजनात्मक’ रूप में इसका उपयोग बहुत लाभकारी होता है। स्वाद के लिए भी और सेहत के लिए भी।
कद्दू के पोषण तथ्य
मात्रा प्रति 100 g |
कैलोरी (kcal) 26 |
कुल वसा 0.1 g | |
संतृप्त वसा 0.1 g | |
बहुअसंतृप्त वसा 0 g | |
मोनोअसंतृप्त वसा 0 g | |
कोलेस्टेरॉल 0 mg | |
सोडियम 1 mg | |
पोटैशियम 340 mg | |
कुल कार्बोहायड्रेट 7 g | |
आहारीय रेशा 0.5 g | |
शक्कर 2.8 g | |
प्रोटीन 1 g |
विटामिन ए | 8,513 IU | विटामिन सी | 9 mg |
कैल्सियम | 21 mg | आयरन | 0.8 mg |
विटामिन डी | 0 IU | विटामिन बी६ | 0.1 mg |
विटामिन बी12 | 0 µg | मैग्नेशियम | 12 mg |
कद्दू हमारे घर में बनाई जाने वाली आम सब्जी है लेकिन हम फिर भी इसे अपनी फेवरेट सब्जी के रूप में उल्लेख नहीं करते।
भारत में कद्दू की कई प्रजातियां पाई जाती हैं जिन्हें उनके आकार-प्रकार और गूदे के आधार पर मुख्य रूप से सीताफल, चपन कद्दू और विलायती कद्दू के वर्गों में बांटा जाता है।
हमारे यहां विवाह जैसे मांगलिक अवसरों पर कद्दू की सब्जी और हलवा आदि बनाना-खाना शुभ माना जाता है।
उपवास के दिनों में फलाहार के रूप में भी इससे बने विशेष पकवानों का सेवन किया जाता है।
कुछ लोगों में यह भी गलत धारणा है कि कद्दू मीठा होता है इसलिये इसे मधुमेह रोगी नहीं खा सकते।
यह बात बिल्कुल गलत है।
शरीर के इन्सुलिन लेवल को बढाना कद्दू का काम होता है
कद्दू का रस भी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
यह खून में शर्करा की मात्रा को नियंत्रित करने में सहायक होता है और अग्नयाशय को भी सक्रिय करता है।
इसी वजह से चिकित्सक मधुमेह के रोगियों को कद्दू के सेवन की सलाह देते हैं।
कद्दू के बीज
कद्दू के बीज भी बहुत गुणकारी होते हैं। कद्दू व इसके बीज विटामिन सी और ई, आयरन, कैलशियम मैग्नीशियम, फॉसफोरस, पोटैशियम, जिंक, प्रोटीन और फाइबर आदि के भी अच्छे स्रोत होते हैं।
यह बलवर्धक, रक्त एवं पेट साफ करता है, पित्त व वायु विकार दूर करता है और मस्तिष्क के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है।
जानिये कद्दू लाजवाब के 7 उपयोगी गुण
प्रकृति ने अपनी इस ‘बड़ी’ देन में कई तरह के औषधीय गुण समेटे हैं।
इसका सेवन स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है।
इस सब्जी में ‘पेट’ से लेकर ‘दिल’ तक की कई बीमारियों के इलाज की क्षमता है।
जहां यह हृदयरोगियों के लिए बहुत लाभदायक होती है, वहीं कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी सहायक होती है।
1 एंटीऑक्सीडेंन्ट्स से भरा
कद्दू में मुख्य रूप से बीटा केरोटीन पाया जाता है, जिससे विटामिन ए मिलता है।
पीले और संतरी कद्दू में केरोटीन की मात्रा अपेक्षाकृत ज्यादा होती है।
बीटा केरोटीन एंटीऑक्सीडेंट होता है जो शरीर में फ्री रैडिकल से निपटने में मदद करता है।
2 ठंडक पहुंचाये
कद्दू ठंडक पहुंचाने वाला होता है। इसे डंठल की ओर से काटकर तलवों पर रगड़ने से शरीर की गर्मी खत्म होती है।
कद्दू लंबे समय के बुखार में भी असरकारी होता है।
इससे बदन की हरारत या उसका आभास दूर होता है।
3 मन को शांति पहुंचाए
कद्दू में कुछ ऐसे मिनरल्स होते हैं जो दिमाग की नसों को आराम पहुंचाते हैं।
अगर आपको रिलैक्स होना है तो आप कद्दू खा सकते हैं।
4 हृदयरोगियों के लिये
आहार विशेषज्ञों का कहना है कि कद्दू हृदयरोगियों के लिए अत्यंत लाभदायक है।
यह कोलेस्ट्राल कम करता है, ठंडक पहुंचाने वाला और मूत्रवर्धक होता है।
5 मधुमेह रोगियों के लिये
कद्दू रक्त में शर्करा की मात्रा को नियंत्रित करता है और अग्न्याशय को सक्रिय करता है।
इसी कारण चिकित्सक मधुमेह रोगियों को कद्दू खाने की सलाह देते हैं।
इसका रस भी स्वास्थ्यवर्धक माना गया है।
6 आयरन से भरपूर
कई महिलाओं में आयरन की कमी हो जाती है जिससे उन्हें एनीमिया हो जाता है।
तो ऐसे में कद्दू सस्ता भी पड़ता है और पौष्टिक भी होता है।
कद्दू के बीज भी आयरन, जिंक, पोटेशियम और मैग्नीशियम के अच्छे स्रोत हैं।
7 फाइबर तृप्त
इसमे खूब रेशा यानी कि फाइबर होता है जिससे पेट हमेशा साफ रहता है।
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