आयु बढ़ने पर अक्सर गठिया (arthritis) की शिकायत होने लगती है।
इसका सबसे बड़ा कारण शरीर में यूरिक एसिड की अधिकता होना होता है।
गठिया को आमवात या संधिवात भी कहा जाता है।
क्या है गठियावात अथवा आर्थराइटिस?
जब यूरिक एसिड बढ़ जाता है तो वह शरीर के जोड़ो में छोटे – छोटे क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगता है.
यह जमाव जब अधिक हो जाता है तो वह गठिया का रूप ले लेता है।
जिसके कारण जोड़ो में दर्द और ऐंठन होती है।
रोगी के एक या कई जोड़ों में दर्द, अकड़न या सूजन आ जाती है।
इस रोग में जोड़ों में गांठें बन जाती हैं और सुई चुभने जैसी पीड़ा होती है, इसलिए इस रोग को गठिया कहते हैं।
यह कई तरह का होती है, जैसे-एक्यूट, आस्टियो, रूमेटाइड, गाउट आदि।
यूरिक एसिड कई तरह के आहारों को खाने से बनता है।
लक्षण
गठिया के किसी भी रूप में जोड़ों में सूजन दिखाई देने लगती है।
इस सूजन के चलते जोड़ों में दर्द, जकड़न और फुलाव होने लगता है।
रोग के बढ़ जाने पर तो चलने-फिरने या हिलने-डुलने में भी परेशानी होने लगती है।
इसका प्रभाव प्राय घुटनों, नितंबों, उंगलियों तथा मेरू की हड्डियों में होता है
उसके बाद यह कलाइयों, कोहनियों, कंधों तथा टखनों के जोड़ भी दिखाई पड़ता है।
गठिया (Arthritis) – 10 कारगर घरेलू उपाय
अगर आप गठिया अथवा आमवात के इलाज लिए कुछ घरेलू नुस्खे उपाय अपनाएं तो आपको जल्दी आराम मिलेगा।
आइए जानते हैं गठिया के दर्द से निजात पाने के कुछ घरेलू उपाय व उपचार —
1 लहसुन
गठिया के रोग में लहसुन बेहद लाभकारी होता है।
इसके सेवन से गठिया के रोग में आराम मिलता है।
वैसे अगर इसे खाना पसंद न हो तो इसमें सेंधा नमक, जीरा, हींग, पीपल, काली मिर्च और सौंठ की सभी की 2 – 2 ग्राम मात्रा लेकर अच्छे से पीस लें।
इस पेस्ट को अरंडी के तेल में भून लें और बॉटल में भर लें।
दर्द होने पर लगा लें।
आराम मिलेगा।
2 बथुआ के ताज़े पत्तों का रस
बथुआ के ताजा पत्तों का रस हर दिन 15 ग्राम पिएं।
इसमें स्वाद के लिए कुछ भी न मिलाएं।
खाली पेट पीने से ज्यादा लाभ होता है।
तीन महीने पीने से दर्द से निजात मिल जाती है।
3 एलोवेरा का रस
एलोवेरा (ग्वारपाठा, घृतकुमारी या कुमारी) के पत्ते को काटकर उसका जेल दर्द होने वाली जगह पर लगाएं।
इससे काफी राहत मिलेगी।
4 अजमोद व पिप्पली का चूर्ण
अजमोद व पिप्पली का समभाग चूर्ण बना लें.
गठिया का दर्द होने पर हर दिन खाना खाने से पहले आधा चम्मच लें.
आराम मिलेगा।
5 सौंठ का सेवन
सौंठ यानि सूखी अदरक का सेवन करने से गठिया के रोग में आराम मिलता है, इसे आप किसी भी रूप में पकवाकर खा सकते हैं
जैसे – हरीरा या लड्डू आदि।
6 अरंडी के तेल की मालिश
भंयकर दर्द होने पर अरंडी के तेल से मालिश कर लें, इससे दर्द में राहत मिलने के साथ – साथ सूजन में भी कमी आती है।
7 भाप से सेंक लें
गठिया के दर्द में सिकाई करना मना होना है लेकिन अगर आप भाप यानि स्टीम लेते हैं तो आपको आराम मिलेगा।
इसके लिए गुनगुने पानी में तौलिया भिगोकर दर्द वाली जगह पर सिकाई कर दें।
8 हरी पत्तेदार सब्जी का सेवन
गठिया रोगी को हमेशा हरे पत्तेदार सब्जी का सेवन करना चाहिए, इससे बॉडी में ऊर्जा मिलती है और दर्द भी नहीं होता।
हरी सब्ज़िया यूरिक एसिड को भी कम करती हैं.
9 पानी का अधिक सेवन
गठिया से पीडि़त होने पर ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पानी पिएं।
शुरूआत में बार बार पेशाब जाने पर आपको दिक्कत हो सकती है लेकिन कुछ दिनों में आराम मिल जाएगा।
10 स्टीम बॉथ
गठिया का दर्द होने पर स्टीम बॉथ लें और उसके तुरंत बाद जैतून के तेल की मालिश कर लें।
इससे बेहद आराम मिलेगा।
Regards .
JAIDEV YOGACHARYA ( THERAPIST & AYURVEDA )
SARAV DHARAM YOG ASHRAM
MOB.+917837139120.
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