भृंगराज रसायन - बालों के लिये सर्वोत्तम टॉनिक

भृंगराज – बालों और स्‍वास्‍थ्‍य के लिये नायाब वनस्पति

यदि आप अपने बालों के झड़ने की समस्या से परेशान हैं, तो भृंगराज आपके लिए फायदेमंद हो सकता है.

ये बालों के लिए सबसे अच्छी आयुर्वेदिक वनस्पति मानी जाती है, साथ ही इसके दूसरे स्‍वास्‍थ्‍यवर्द्धक फायदे भी होते हैं।

आयुर्वेद में भृंगराज को ‘रसायन’ माना गया है।

इसमें ऊर्जावान बनाने, उम्र के असर को कम करने, लिवर रोग ठीक करने व नेत्र ज्योति बढाने  के गुण होते हैं।

आईये जानते हैं इस नायब वनस्पति के गुणों और फायदे के बारे में…

भृंगराज – परिचय पहचान

भृंगराज अथवा भंगड़ा, भांगरा एक वनास्पातिक औषधि है, इसका English नाम False Daisy व वानस्पतिक नाम एक्‍लिप्‍टा एल्‍बा (Eclipta alba) है।

वैसे तो यह लगभग पूरे संसार में उगता है किन्तु भारत, चीन, थाइलैंड एवं ब्राजील में बहुतायत में पाया जाता है।

भृंगराज देखने में इस प्रकार का दिखता है:

भृंगराज bhringraj ke fayde upyog gun labh
Bhringraj plant

आयुर्वेद में इसका तेल बालों के लिये बहुत उपयोगी माना जाता है।

देखा जाए तो बालों की देखभाल के लिए भृंगराज सबसे उत्‍तम औषधि है।

यह बालों का झड़ना रोकने और बालों को घना बनाने में उपयोगी होता है।

इसके इसी गुण के कारण हर हेयरकेयर उत्‍पाद में इसका प्रयोग होता है।

भृंगराज ऑयल आमतौर पर भांगरे के सत्‍त को नारियल या तिल के तेल में मिलाया जाता है। इसके कुछ गुण इस प्रकार हैं।

1 बालों के लिए नायाब

आयुर्वेद के मुताबिक बालों का झड़ना और बालों से जुड़ी अन्‍य समस्‍यायें पित्‍त दोष के कारण होती हैं.

भृंगराज इस समस्‍या को दूर करने में मदद करता है। यह बालों को बढ़ाने में मदद करता है।

नियमित तौर पर भृंगराज रसायन लेने से और बालों में भृंगराज तेल से मसाज करने से स्‍कैल्‍प में रक्‍त प्रवाह बढ़ जाता है।

इससे बालों की जड़ें सक्रिय हो जाती हैं और बालों का असमय पकना, सफ़ेद होना रुक जाता है और बाल फिर से घने काले होने लगते हैं।

2 डैंड्रफ हटाये

भृंगराज के तेल से नियमित मसाज करने से स्‍कैल्‍प पर संक्रमण नहीं होता।

इससे रूसी अथवा डैंड्रफ दूर रहती है।

इसका नियमित इस्‍तेमाल बालों को असमय सफेद होने से रोकता है और बालों का कुदरती रंग बरकरार रखता है।

3 तनाव दूर करता है भृंगराज

आयुर्वेद के अनुसार पित्‍त के असंतुलन से शरीर और मन में तनाव होने लगता है।

भृंगराज का नियमित इस्‍तेमाल पित्‍त दोष को कम करता है। इस प्रकार यह तनाव को कम करने में भी मदद करता है।

यह उन लोगों के लिए खासतौर पर बहुत फायदेमंद हो सकता है, जिन्‍हें तनाव के कारण बाल झड़ने की समस्‍या है।

इतना ही नहीं, इसके तेल से मसाज करने से चिंता और सिरदर्द से भी राहत मिलती है।

4 आखों के लिए लाभकारी

भृंगराज के पत्तों को छाया में सुखाकर पीस लीजिए।

इसमें से 10 ग्राम चूर्ण लेकर उसमें शहद 3 ग्राम और गाय का घी 3 ग्राम मिलाकर नित्य सोते समय रात्रि में चालीस दिन तक सेवन करें.

इससे कमजोर दृष्टि के साथ आंखों से संबंधित दूसरी बीमारियों में फायदा होता है।

5 अन्य उपयोगी नुस्खे फाय़दे

दस ग्राम भृंगराज के पत्तों में 3 ग्राम काला नमक मिलाकर पीसकर छान लें।

इसका दिन में 3-4 बार सेवन करने से पुराना पेट दर्द भी ठीक हो जाता है।

नित्य 20 से 30 ml भांगरे का ताज़ा रस पिलाने से लिवर की सूजन, लिवर की सूजन में तुरंत लाभ मिलता है.

भांगरा के पत्ते 50 ग्राम और काली मिर्च 5 ग्राम दोनों को खूब महीन पीसकर छोटे बेर जैसी गोलियां बनाकर छाया में सुखा लें।

सुबह -शाम 1 या 2 गोली पानी के साथ सेवन करने से बादी बवासीर में शीघ्र लाभ होता है।

दो चम्मच भांगरा पत्र स्वरस में 1 चम्मच शहद मिलाकर दिन में दो बार सेवन करने से Blood Pressure कुछ ही दिनों में सामान्य हो जाता है।

इसके ताजे पत्ते का रस 5 ग्राम की मात्रा में सुबह पानी के साथ प्रयोग करने से मोटापा कम होता है।

भृंगराज रसायन

आयुर्वेद के रसायन शास्त्र भैषज्य रत्नावली में भृंगराज रसायन का वर्णन है, जिसके अपार गुण लाभ बताये गए हैं.

बताया गया है कि भृंगराज रसायन का तीन चार माह तक उपयोग करने से पलित (सफ़ेद) बाल मेघ के समान फिर से काले और घने हो जाते हैं.

दृष्टि अथवा नज़र गिद्ध के सामान तेज़ हो जाती है और गिरे हुए दांत फिर से निकल आते हैं.

आयुर्वेद सेंट्रल द्वारा यह रसायन निर्मित किया जाता है जिसे उपयोग कर कई जन लाभान्वित हो रहे हैं.

इस उत्पाद की पूरी जानकारी इस चित्र पर क्लिक कर ली जा सकती है.

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यहाँ क्लिक कर भी आप भृंगराज रसायन का अधिक विवरण देख सकते हैं और खरीद सकते हैं.

Bhringraj Rasayan – Classical Ayurvedic Formula

यह रसायन आंवला, भृंगराज, काले तिल और कुज्जा मिश्री के योग से बनता है.

इसे आंवला स्वरस की तीन से पांच भावनाए देकर तैयार किया जाता है.

भृंगराज रसायन के उपयोग से आप बालों के असमय पकने और झड़ने की समस्या से कारगर राहत पा सकते हैं.

रूसी dandruff से भी निजात पा सकते हैं.

इसका उपयोग लिवर टॉनिक के रूप में और आँखों की ज्योति बढाने केलिए भी कारगर रहता है.

भृंगराज तेल

आपको बाजार में भृंगराज तेल आसानी से मिल सकता है।

इसक सत्व अन्‍य तेलों में मिलाकर भी बेचा जाता है।

इसके अलावा आप भृंगराज का पाउडर खरीदकर इस्‍तेमाल के समय इसे तेल में मिला सकते हैं।

तेल बनाते समय इसमें शिकाकाई, आंवला जैसी अन्‍य औषधियां भी मिलायी जा सकती हैं।

इसे तिल या नारियल के तेल में बनाया  जा सकता है।

ये सब मिलकर आपके बालों को स्‍वस्‍थ और घना बनाते हैं।

इस तेल से हल्‍के हाथ से सिर मसाज करें और कुछ घंटे के लिए इसे छोड़ दें।

इसके बाद माइल्‍ड शैंपू से इसे धो लें।

बेहतर रहेगा अगर आप शिकाकाई और रीठा पाउडर से सिर धो लें।





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