मानव पाचन तंत्र में लिवर एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.
भोजन चयापचय, ऊर्जाभंडारण, विषाक्त पदार्थों को बाहर निकलना, डिटॉक्सीफिकेशन, प्रतिरक्षा प्रणाली का समर्थन और रसायनों का
उत्पादन लिवर के ही काम हैं.
लिवर हमारे शरीर का सबसे बड़ा और मुख्य अंग है.
यदि लिवर ठीक ढंग से कार्य नहीं कर पा रहा है तो यह कई संकेत भी देता है.
जानते हैं क्या हैं लिवर की खराबी और कमजोरी के 8 लक्षण.
लिवर की कमज़ोरी के इन लक्षणों को अनदेखा करना ठीक नहीं लेकिन फिर भी जाने अनजाने में अनदेखी हो ही जाती है.
लिवर की खराबी और कमजोरी के 8 लक्षण
कोई भी बीमारी चेतावनी का संकेत दिये ही आती है, इसलिये सावधान सचेत रहना एक समझदारी ही है.
ये हैं लिवर की कमजोरी के लक्षण, जिनसे आप पता लगा सकते हैं कि कहीं लिवर में कोई खराबी तो नहीं.
1 मुहं से बदबू आना
यदि लिवर सही से कार्य नही कर रहा है तो मुंह से बदबू आने लगती है.
यह मुंह में अमोनिया के रिसाव के कारण होता है, इस कारण बदबू और कटुहार जैसा आभास होता है.
2 मुहं में कडुहार
लिवर बाइल पैदा करता है.
यदि bile कम बने तो हमारे मुहं की लार को यह काम संभालना पड़ता है.
यदि मुंह में कडुआहर लगे तो इसका मतलब है कि बाइल निर्माण में बाधा आ रही है.
ऐसे में पाचन क्रिया भी कमज़ोर हो जाती है.
3 त्वचा पर झुर्रियां
लिवर खराब होने का एक और संकेत है कि त्वचा क्षतिग्रस्त होने लगेगी और उस पर थकान दिखाई पडने लगेगी.
विशेषकर आंखों के नीचे की स्किन बहुत ही नाजुक होती है जिस पर आपकी हेल्थ का असर साफ दिखाई देता है.
4 पाचन शक्ति में कमजोरी
यदि लिवर पर वसा (fat) जमा है या फिर लिवर बड़ा हो गया है, तो आपको पानी भी नहीं हजम होगा.
पाचन तंत्र में भयंकर खराबी रहना लिवर की कमजोरी हो सकती है.
5 त्वचा का पीलापन
यदि त्वचा का रंग उड गया है और उस पर सफेद रंग के धब्बे से पड़ने लगे हैं
या फिर यह पीली दिखे तो भी लिवर कमजोरी का संकेत है.
इन्हें लिवर स्पॉट के नाम से जाना जाता है.
6 मूत्र के रंग में बदलाव
यदि पेशाब हर रोज़ गहरे रंग का आने लगे तो लिवर गड़बड़ है.
यदि ऐसा केवल एक बार होता है तो यह केवल पानी की कमी की वजह से हो सकता है.
7 आँखों में पीलापन
यदि आंखों का सफेद भाग पीला नजर आये, नाखून पीले दिखें, तो यह पीलिया (jaundice) हो सकता है.
इसका यह मतलब है कि लिवर संक्रमित है. इसे कभी भी हल्के में न लें.
8 सूजन
जब लिवर बड़ा हो जाता है तो इसे लीवर enlargement कहा जाता है.
यह लीवर में सूजन के कारण होता है.
लिवर की सूजन से पेट में भी सूजन आ जाती है, जो पसलियों के नीचे दांयी ओर अधिक रहती है.
इसे मोटापा समझने की भूल कभी न करें.
कमजोरी और खराबी के कारण
लिवर खराबी के कारणों में वायरस, आनुवांशिक रोग और नशा मुख्य कारक माने जाते हैं.
आहारों में पेस्टिसाइड और घातक रसायन भी लिवर की कमजोरी और खराबी के मुख्य कारक बन गए हैं.
तेज़ दर्द निवारक, एंटीबायोटिक दवाएं और स्टेरॉयड भी लिवर को नुकसान पहुंचाकर कमजोर बना देते हैं.
ज्यादा तेल खाना, गरिष्ठ भोजन, व्यायाम की कमी भी लिवर कमजोरी के अन्य कारण माने जाते हैं.
उपाय इलाज
लिवर कभी भी अचानक खराब नहीं होता.
यह एक ऐसा अंग है जो अपने आप को ठीक करने की क्षमता रखता है.
जब लीवर का लम्बे समय तक उत्पीडन होता रहे तभी ये हार मानता है.
हल्दी, अदरक, भूमि आंवला, पुनर्नवा, गिलोय, दारुहल्दी इत्यादि लिवर के लिए अति लाभकारी रहते हैं.
इस लेख में जानिए कैसे आप घर पर ही लिवर टॉनिक बना कर लाभ ले सकते हैं.
यदि आप लिवर के पसंदीदा आहारों का उपयोग करते रहेंगे तो लिवर हमेशा सेहतमंद बना रहेगा.
Very nice information.
Thank you, Ashok ji.