बाजार से मंहगा एलोवेरा जूस खरीदने की ज़रूरत नहीं. घर पर बनाईये एलोवेरा जूस, जिसकी कोई भी कीमत नहीं चुकानी पड़ेगी और टॉनिक भी बिलकुल प्राकृतिक बनेगी.
एलोवेरा (Aloe vera) के सेवन से वायुजनित रोग, पेट के रोग, जोडों के दर्द, अल्सर, अम्लपित्त आदि बीमारियां दूर हो जाती हैं.
यह एक उत्तम रक्त शोधक है जो पाचन क्रिया के लिए गुणकारी माना जाता है.
एलोवेरा जूस पीने से कई वीमारियों का निदान तो होता ही है, साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है.
घर पर बनाईये एलोवेरा जूस – विधि (Aloe vera juice recipe)
1 एलोवेरा जूस के लिए आप को ताज़े पुष्ट aloevera के पत्ते लेने चाहिए जो गूदे से भरपूर हों.
2 इन पत्तों को मूल से लगभग एक इंच उपर काट लें.
3 काटने पर इनमें से लेसनुमा पदार्थ बाहर निकलेगा जो कुछ पत्तों में पीलापन लिए भी हो सकता है.
4 ये पीलेपन वाला gel एक विशेष गंध युक्त होता है, जिसे आप चाहें तो अगला एक इंच भाग काट कर अलग कर सकते हैं.
अन्यथा नहीं.
5 कटे पत्तों की किनारियाँ जो कांटेदार होती हैं, हलके से चाकू चला कर अलग कर दें.
6 पत्ते के एक तरफ (अगला या पिछला) का छिलका भी छ्रुरी या आलू peeler से अलग कर दें जिससे गूदा दूसरे भाग पर रह जायेगा.
7 पत्ते के दूसरे भाग से गूदे को किसी चम्मच से अलग खुरच कर इकठ्ठा कर लें.
8 इस गूदे को समभाग पानी मिलाकर मिक्सर में घुमाना भर है, कि सारा गूदा जूस बन जाए.
9 और ये लीजिये, जूस तैयार.
10 स्वाद बढाने के लिये नीम्बू रस, अदरक, कालीमिर्च, पुदीना, नमक या शक्कर इत्यादि भी मिला सकते हैं.
कैसे रखें सुरक्षित
इस ताजे जूस को आप एक से चार सप्ताह भर तक फ्रिज में रख सकते हैं, फिर दोबारा नया व ताजा जूस बना लीजिये.
बस ध्यान रखें की इस जूस को fungus इत्यादि न लग जाए, जो अलग से दिखने लगती है.
यदि आप इसे अधिक समय तक रखना चाहें तो इसमें सेव का सिरका या नीम्बू का रस भी मिला सकते हैं.
विशेष सावधानी
Aloe vera का जूस पेट में मरोड़ या पेचिश जैसी अनुभूति दे सकता है.
यदि आप इसमें अदरक, अजवायन, पुदीना, कोई भी एक चीज़, का समावेश कर दें तो ये बिलकुल सौम्य पेय बन जाता है.
उपयोग विधि, मात्रा (Aloe vera juice dosage)
इस जूस की 30 से 50 मिलीलिटर मात्रा सुबह खाली पेट लें.
इसमें आंवला का जूस या बेल शरबत भी मिलाकर ले सकते हैं.
दिन-भर शरीर में चुस्ती व स्फूर्ति बनी रहती है.
एलोवेरा के फायदे इस लिंक पर देखे जा सकते हैं.