अजवायन एक कारगर औषधि है. यह एक उत्कृष्ट एंटीऑक्सिडेंट भी है.
अजवायन (Ajwain) जिसका botanical name: trychaspermis ammi है, मोटापे को कम करने में मदद करती है, आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करती है तथा श्वसन क्रिया को दुरुस्त करती है. जोड़ों और मांसपेशियों का लचीलापन बढाती है और त्वचा को संक्रमण से बचाती है.
अजवायन(Celery Seeds) का उपयोग औषधि के रूप में मुख्यत: उदर एवं पाचन से सम्बंधित विकारों तथा वात व्याधियों को दूर करने में किया जाता है.
आईये जानते हैं अजवायन के 25 उपयोग, लाभ, फायदे और नुस्खे…
अजवायन ही एक ऐसी औषधि है जो अकेली ही सौ प्रकार के खाद्य पदार्थों को पचाने वाली होती है अनेक प्रकार के गुणों से भरपूर अजवायन पाचक रूचि कारक, तीक्ष्ण, कढवी, अग्नि प्रदीप्त करने वाली, पित्तकारक तथा शूल, वात, कफ, उदर आनाह, प्लीहा, तथा क्रमि इन सबका नाश करने वाली होती है.
अजवायन की पत्ती में एंटी बैक्टीरियल गुण होता है जो कि संक्रमण से लड़ने में मदद करता है अजवायन में लाल मिर्च की तेजी+राई की कटुता तथा हींग और लहसुन की वातनाशक गुण एक साथ मिलते है इस लिए यह गुणों का भंङार है यह उदर शूल,गैस,वायुशोला,पेट फूलना,वात प्रकोप आदि को दूर करता है इसी कारण इसे घर पर छुपा हुआ वैध्य भी कहा गया है अति गर्म प्रकृति वालों के लिए यह हानिकारक होती है.
अजवायन के 25 प्रयोग
1. गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अजवाइन जरुर खानी चाहिए क्युकि इससे ना सिर्फ खून साफ रहता है बल्कि यह पूरे शरीर में रक्त के प्रवाह को भी संचालित भी करता है.
2. यदि अधिक शराब पी लेने से अगर व्यक्ति को उल्टियाँ आ रहीं हो तो उसे अजवाईन खिलाना बेहतर होगा इससे उसको आराम मिलेगा और भूंख भी अच्छी तरह से लगेगी.
3. कान में दर्द होने पर अजवाइन के तेल की कुछ बूंदे कान में डालने से आराम मिलता है.
4. गुड़ और पिसी हुई कच्ची अजवाइन समान मात्रा में मिलाकर एक.एक चम्मच रोजाना तीन.चार बार खायें इसे खाने से गुर्दे का दर्द भी ठीक हो जाता है.
5. शरीर में दाने हो जाएं या फिर दाद.खा़ज हो जाए तो अजवाइन को पानी में गाढ़ा पीसकर दिन में दो.तीन बार लेप करने से फायदा होता है तथा घाव और जले हुए स्थानों पर भी इस लेप को लगाने से आराम मिलता है और निशान भी दूर हो जाते हैं.
7. जिन बच्चे को रात में पेशाब करने की आदत होती है उन्हें रात में लगभग आधा ग्राम अजवाइन खिलायें.
8. दो चम्मच अजवाइन को चार चम्मच दही में पीसकर रात में सोते समय पूरे चेहरे पर मलकर लगाएं और सुबह गर्म पानी से साफ कर लें आपका चेहरा साफ़ होता जाएगा और मुहांसे से भी आपको निजात मिलेगी.
9. अजवाइन+सेंधानमक+सेंचर नमक+यवाक्षार+हींग और सूखे आंवले का चूर्ण आदि को बराबर मात्रा में लेकर अच्छी तरह पीसकर चूर्ण बना लें अब इस चूर्ण को एक ग्राम की मात्रा में सुबह और शाम शहद के साथ चाटने से खट्टी डकारें आना बंद हो जाती हैं.
10. यदि मासिक धर्म के समय पीड़ा होती हो तो 15 से 30 दिनों तक भोजन के बाद या बीच में गुनगुने पानी के साथ अजवायन लेने से दर्द मिट जाता है अगर मासिक अधिक आता हो या गर्मी अधिक हो तो यह प्रयोग न करें.सुबह खाली पेट 2.4 गिलास पानी पीने से अनियमित मासिक स्राव में लाभ होता है.
11. जुकाम के साथ हल्का बुखार हो तो देशी अजवाइन 5 ग्राम+सतगिलोए 1 ग्राम को रात में 150 मिलीलीटर पानी में भिगोकर फिर सुबह मसल.छान लें फिर इसमें नमक मिलाकर दिन में 3 बार पिलाने से लाभ मिलता है.अजवाइन का रस आधा कप इसमें इतना ही पानी मिलाकर दोनों समय (सुबह और शाम) भोजन के बाद लेने से दमा का रोग नष्ट हो जाता है.
12. एसिडिटी की तकलीफ है तो थोड़ा.थोड़ा अजवाइन और जीरा को एक साथ भून लें फिर इसे पानी में उबाल कर छान लें इस छने हुए पानी में चीनी मिलाकर पिएं.एसिडिटी से राहत मिलेगी.
13. अजवाइन+अदरक(सोंठ) पाउडर और काला नमक 2.2 और 1 के अनुपात में मिलाएं भोजन करने के बाद एक चम्मच चूर्ण गुनगुने पानी के साथ लें तो पेट दर्द व गैस की समस्या में आराम मिलेगा तथा अशुद्ध वायु का बनना व सर में चढ़ना ख़त्म होगा.
14. अजवाइन को भून व पीसकर मंजन बना लें तथा इससे मंजन करने से मसूढ़ों के रोग मिट जाते हैं और अजवायन के तेल की कुछ बूंदें गुनगुने पानी में मिलाकर कुल्ला करने से मसूड़ों की सूजन कम होती है.
15. अजवायन, सौंफ, सोंठ और काला नमक को बराबर मात्रा में मिलाकर देसी घी के साथ दिन में तीन बार खाएं तो भूख लगने लगेगी.
16. शाम को अजवायन को एक गिलास पानी में भिगोएं सुबह छानकर सिर्फ उस पानी में शहद डालकर पीने से मोटापे को कम करने में मदद होती है.
17. खांसी.जुकाम में चुटकी भर काला नमक,आधा चम्मच अजवायन और दो लौंग इन सब को पीस कर गुनगुने पानी के साथ दिन में कई बार पीने से अदभुत लाभ मिलता है यह एक रामबाण दवा है.
18. आधा कप पानी में आधा चम्मच अजवायन और थोड़ी सी हल्दी पाउडर डालकर उबाले और ठंडा करें और इसमें एक चम्मच शहद डालकर पीएं और गर्म पानी में अजवायन डालकर इसका भाप लें.इस से छाती में जमा कफ निकल जाता है.
19. शीत.पित्ती की बीमारी के लिए अजवायन के फूल को गुड के साथ मिला कर पानी से लेने से पित्ती ठीक होती है तथा अजवायन का चूर्ण गेरु में मिलाकर शरीर पर मलने से पित्ती में तुरन्त लाभ होता है.
20. बेर के पत्तों और अजवायन को पानी में उबालकर, छानकर उस पानी से गरारे करने पर खांसी में लाभ होता है.
21. जोड़ों के दर्द में सरसों के तेल में अजवायन डालकर अच्छे से गर्म करें व छान ले और इससे जोड़ों की मालिश करे इससे आराम होगा.
22. अजवायन एक प्रबल कीटनाशक है आँतों में कीड़े होने पर अजवायन के साथ काले नमक का सेवन करने पर पेट के कीड़े बाहर निकल जाते हैं.
अजवायन का चूर्ण और गुड समान मात्रा में मिलकर गोली बनाकर दिन में दो तीन बार खिलाने से भी पेट के सभी प्रकार के कीडे नष्ट हो जाते है.सुबह दस.पन्द्रह ग्राम गुड खाकर दस.पन्द्रह मिनट बाद एक से दो ग्राम अजवायन का चुर्ण बासी पानी के साथ ले.इससे भी आंतों में मौजूद सब प्रकार के कीडे मर कर मल के साथ बहार निकल जायेंगे.
23. अजवायन के फूल(सफ़ेद दाने के रूप में बाज़ार में उपलब्ध)का चूर्ण पानी में मिलाकर उस घोल से घाव, दाद, खुजली, फुंसियाँ आदि धोने पर ये चर्मरोग नष्ट होते हैं.
24. अजवायन का प्रसव के बाद अग्नि की प्रदिप्त करने और भोजन को पचाने, वायु एवं गर्भाशय को शुद्ध करने के लिए सभी परम्परागत भारतीय परिवारों में लड्डू बना कर खिलाया जाने की परंपरा है यह चमत्कारी लाभ देता है प्रसूति स्त्रियों को अजवायन व गुड मिलाकर देने से भूख बढ़ती है .प्रसव के बाद अजवायन के प्रयोग से गर्भाशय शुद्ध होता है.गर्भाशय पूर्वास्थिती में आ जाता है और दूध ज्यादा बनता है.बुखार व कमर का दर्द ठीक करता है. इससे खराब मासिक चक्र ठीक भी हो जाता है
25. पान में अजवायन को डाल कर खाने से पुरानी खांसी ठीक होती है तथा दोपहर को भोजन के बाद पिसी 2 . 3 ग्राम अजवायन लेने से खाना आसानी से हजम होता है.