भारतीय परिवार, विशेषकर महिलायें, युवा और बच्चे; शॉपिंग खरीद पर जाएँ और पानीपूरी गोलगप्पे न खाएं, ऐसा कम ही होता है.
यदि इनमें केवल स्वाद ही होता और अन्य गुण न होते तो गाँव, शहर के गली, चौराहे पर मिलने वाले गोलगप्पे यूँ ही इतने लोकप्रिय भी नहीं होते.
गोलगप्पे स्वास्थ्य के लिए गुणकारी भी होते हैं, और लाभकारी भी.
पानीपूरी अथवा गोलगप्पे कई गुणों का भण्डार भी होते हैं जो पेट रोगों में हितकारी रहते हैं; और देते हैं एक प्रसन्नचित्त तृप्ति भी.
पानीपूरी को कई स्थानीय नामों से जाना जाता है.
पूर्वी उत्तर प्रदेश में फुलकी, छत्तीसगढ़ में गोपचोप, हरियाणा में पानी पताशे, बंगाल में पूचके, फुचका, पुचके, महाराष्ट्र में पानी पूरी इसके अन्य नाम हैं.
आईये जानते हैं क्या हैं पानीपूरी खाने के स्वास्थ्य लाभ या फायदे. ये भी जानेंगे कि पानीपूरी कैसे आपके सेहत के लिए फायदेमंद है…
1. पानीपूरी गोलगप्पे देते हैं तरोताज़गी
थकान, विशेषकर गर्मी की चिलचिलाती धूप में, देह और दिमाग दोनों परेशान हो जाते है.
चिड़चिड़ापन हावी हो जाता है और कुछ तृप्तिदायक पेय पीने की इच्छा होती है.
ऐसे में यदि आप पानीपूरी खा कर इनका पानी पियें तो तरोताजगी मिलना स्वाभाविक है.
2. एसिडिटी और जी मिचलाने का अचूक उपाय
एसिडिटी की समस्या में गोलगप्पे अति हितकारी होते हैं.
आप पानीपूरी खाना शुरू कर दीजिये.
आप को एसिडिटी से छुटकारा मिल जायेगा.
यह इसलिए होता है क्योंकि पानीपूरी में डलने वाला पानी जीरा, पुदीना, अमचूर, काला नमक, काली मिर्च, धनिया इत्यादि के मिश्रण से बनता है, और ये सभी पाचन क्रिया सुधारक माने जाते हैं.
3. पानीपूरी होती है कब्ज़ निवारक
पानीपूरी में उपयोग किया जाने वाला जलजीरा मसाला दस्तावर होता है.
ये उनके लिये उपयोगी और हितकारी है जो अक्सर कब्ज़ से पीड़ित रहते हों.
पानीपूरी के मजे लीजिये, आपको कब्ज़ की शिकायत नहीं होगी.
4. पेट रोगों के लिये उत्तम
जीरा, धनिया, कालीमिर्च, अदरक, अजवायन, काला नमक पेट के बैक्टीरिया की सक्रियशीलता बढ़ाते हैं.
जिससे पेट में हाइड्रोजन गैस नहीं बनती और आंते अपना काम सुचारू रूप से कर पाती हैं.
यदि आपके IBS अथवा संग्रहणी रोग में अकारण गैस बनना, अफारा, कब्ज़, मुंह में कटुहार जैसे लक्षण हों
तो पानीपूरी का सेवन आपकी मुसीबतें काफी हद तक घटा सकता है.
5 . मोटापा नियंत्रक
यदि आप मोटापे से परेशान है तो पानीपूरी आपका वज़न कम करने में सहायक हो सकती है.
खाने से 15 मिनट पहले 8-10 पानीपूरी खा लीजिये, आपकी भरपेट होने का अहसास होगा.
बस एक ध्यान रखिये, आपको मीठे पानी वाले गोलगप्पे नहीं खाने चाहिए, क्योकि शुगर मोटापे को बढाती है.
खट्टे नमकीन पानी जिसमें पुदीना, नीबू, हिंग व अमचुर का उपयोग हो, कर सकते हैं.
6. मुंह के छाले
यदि मुंह में छाले (mouth ulcers) बन गए हैं तो आप पानीपूरी खाएं.
आपकी समस्या आसानी से ठीक हो जायेगी.
मुंह के छाले भी पाचन क्रिया की विकृति से ही पनपते हैं जिसे आम भाषा में गर्मी या जिगर की कमजोरी कह देते हैं.
पानीपूरी के जलजीरा में उपलब्ध पुदीना, अमचूर, धनिया व मीठा सभी मुंह के छालों की संवेदना को कम करते हैं जो मुहं की लार (saliva) से उद्वेगित (excite) होती है.
7. जी मिचलाना
लम्बी यात्रा में, बुखार के बाद, मुहं का स्वाद बिगड़ जाता है और कडवापन या उल्टी होने जैसा लगता है.
ऐसे में आप पानीपूरी खा कर राहत पा सकते हैं.
गोलगप्पे, पानीपूरी एंटीबायोटिक्स से हुई गर्मी व सफ़र से होने वाली पेट की उद्वेगता में राहत देती है.
पानीपूरी गोलगप्पे विशेष
गोलगप्पे, पानीपूरी के मुख्य लाभ इसके जलजीरा के घटकों के कारण ही मिलते हैं, जो कई लाभकारी मसालों से बनाया जाता है.
आजकल पानीपूरी के कई रूप आ गये है, जैसे कि सूजी के गोलगप्पे, चावल के आटे के गोलगप्पे इत्यादि जो आटे या मैदे के गोलगप्पे से अधिक क्रिस्पी होते हैं और लाभकारी भी.
पानीपूरी में तेल घी अत्यंत कम मात्रा में उपयोग होते है.
जो भी तैलीय अंश होता है, उसे पचाने में कोई परेशानी भी नहीं आती.
यदि आप सर्दियों की मौसमी एलर्जी, खांसी, दमा, जुकाम से पीड़ित हों तो सर्दियों में पानीपूरी सायंकाल या रात में न खाए,
सारशब्द
पानीपूरी गोलगप्पे एक बढ़िया भारतीय व्यंजन है जो अति मनभावन भी है और गुणकारी भी.
गोलगप्पे के कोई भी दुष्परिणाम नहीं.
इसलिए इन्हें खाने के लाभ ही हैं नुक्सान एक भी नहीं.