दिल का दौरा अथवा हार्ट अटैक (heart attack) एक विकराल और व्यापक समस्या है.
लेकिन हार्ट अटैक आने से पहले ही बहुत से संकेत मिलने भी लग जाते है. यह हैं, हार्ट अटैक के 10 संकेत जो आपको पता होने चाहिए.
हार्ट अटैक के 10 संकेत जो आपको पता होने चाहिए
यदि इन संकेतों से हर कोई वाकिफ हो जाए तो बहुत सी अकाल मौतों को कम किया जा सकता है.
आइए जानते है क्या हैं heart attack के संकेत, जो बिलकुल सटीक तो नहीं लेकिन सावधान करने के लिये पर्याप्त माने जाते हैं…
1 छाती में बेचैनी भरी पीड़ा
छाती का दर्द दिल के दौरे का सब से मुख्य बड़ा संकेत है, जिसके कई प्रकार हो सकते हैं.
कुछ एक को छाती में दर्द भी नहीं होता.
दिल के दौरे से सम्बंधित पीड़ा असहज, दवाबकारी, भरी हुई, निचोड़ने जैसी अनुभूति देती है,
जो छाती के मध्यभाग या फिर हलके से बाएं भाग से आरम्भ होती है.
ये पीड़ा कुछ एक मिनट तक की होती है जो घटकर फिर बढ़ लौट आती है.
अधिकतर महिला व पुरुष दोनों, छाती के दर्द का मुख्य संकेत पाते हैं.
2 जबड़े, दांत व सिर में दर्द
छाती में होने वाली पीड़ा अक्सर बाहों, उपरी पीठ, गर्दन व सिर तक फैलती हुई भी महसूस होती है.
कुछेक में, विशेषकर, महिलाओं में अन्य लक्षण जैसे जी मिचलाना, जबड़े का दर्द, सांस लेने में तकलीफ इत्यादि लक्षण भी होते हैं.
3 सांस लेने में तकलीफ
हांफना, भरी सांस न ले पाना भी heart attack का मुख्य सामान्य लक्षण है.
सांस की सहजता न होना अथवा सांस लेने में तकलीफ होने को चिकित्सा शास्त्र में dyspnea कहा जाता है.
सांस की यह कमी छाती के दर्द के पहले या बाद दोनों में ही अनुभव की जाती है.
यह बिना छाती के दर्द के लक्ष्ण के बिना भी हो सकती है.
यदि अकारण सांस लेने में कठिनाई महसूस हो,
दिल की धड़कन बिना किसी शारीरिक परिश्रम के ही बढ़ने लगे तो इसे ह्रदय समस्या का संकेत समझना चाहिए.
4 अपचन, जी मिचलना और उल्टी होने जैसा लगना
अकारण अपचन (indigestion) का बनना, डकार आना, मितली, कच्चा मन अथवा उल्टी होने जैसा लगना या उल्टी हो जाना; हार्ट अटैक के संकेत हो सकते हैं.
कुछेक रोगी इसे जुकाम होने से पहले की असहजता से भी तुलना करते हैं.
5 पेट के उपरी हिस्से में दर्द
कभी कभी heart attack की पीड़ा को पेट दर्द समझने की भूल भी की जा सकती है.
यह पीड़ा छाती में महसूस न होकर पेट के उपरी हिस्से में अनुभव की जाती है जो तेज़ तेज़ न होकर भारी लेकिन असहज प्रतीत होती है.
ये पीड़ा सामान्य पेट दर्द से कुछ अलग प्रतीत होती है, जो एसिडिटी की गलतफहमी भी दे सकती है.
यदि आप लगातार चेस्ट या पीठ के दर्द से परेशान रहते है तो इसके नजरअंदाज बिल्कुल भी न करें और डॉक्टर से तुरंत सलाह लें.
6 थकावट महसूस होना
जब हल्का, छोटा-मोटा काम करते हुए भी थकावट महसूस हो,
अकारण और लगातार कमजोरी महसूस होती हो,
जो आराम करने, थोडा लेट जाने पर भी न दूर हो तो यह ह्रदय की समस्या अथवा हार्ट प्रॉबल्म हो सकती हैं.
अगर सीने में दबाव सा महसूस हो या ऐसा लगे कि सीने पर कुछ भारी चीज रखी है तो यह भी हार्ट की समस्या हो सकती है.
7 बैचेनी और चक्कर
अगर बेचैनी मेसूस हो, लगे कि चक्कर से आ रहे हैं और आप गिर जायेंगे
तो यह भी एक संकेत है कि हार्ट अटैक हो सकता है.
8 ठंडा पसीना
दिल का दौरा पड़ने का एक अन्य संकेत है अकारण अत्यधिक पसीना निकलना.
इस पसीने को ठंडा पसीना भी कहा जाता है क्योकि शरीर के बिना गर्म हुए अथवा बिना परिश्रम के ही निकलने लगता है.
इन लक्षणों को अनदेखा नहीं करना चाहिए.
9 सामान्य अस्वस्थता व असहजता
बहुत से रोगियों को दिल के दौरे से पहले बीमार होने जैसा अनुभव होने लगता है.
वैसे ही जैसे किसी बुखार आदि के पहले के लक्षण होते हैं.
कईयों को किसी अनहोनी, घबराहट, चिंता व व्यग्रता जैसा भान भी होने लगता है.
यदि इस प्रकार के लक्षण हों तो तुरंत डॉक्टर से मिलकर समाधान प्राप्त करें.
10 कोई लक्षण नहीं
लगभग एक चौथाई दिल के दौरे ऐसे होते हैं जिनमें बताये गए कोई भी लक्षण नहीं मिलते.
इन्हें silent heart attack कहा जाता है.
इस प्रकार के दौरे मुख्यत: डायबिटीज, hyponatrimia, low BP जैसे रोगों में हो सकते हैं.
यद्यपि heart attack के लक्षण कई बार अस्पष्ट और बिलकुल हलके भी होते हैं,
लेकिन इनके परिणाम उतने ही घातक हो सकते हैं जितने कि अन्य तीव्र लक्षणों के.
सारशब्द
दिल के दौरे के संकेतों को हलके में लेना कोई समझदारी नहीं.
समय रहते किया गया निदान (diagnosis) दिल की कार्यक्षमता को बरकरार रख सकता है और स्थायी नुक्सान से बचा सकता है.
दिल के दौरे (heart attack) के लक्षणों को घबराहट, थकान, अपचन, एसिडिटी, तनाव, दबाव मान लेना भी, एक भारी भूल हो सकती है,
जिसके परिणामदूरगामी व घातक हो सकते हैं.