गुर्दे अथवा किडनी में स्टोन या पथरी आजकल की आम समस्या है। आईये जानते हैं क्या हैं गुर्दे मूत्राशय की पथरी के 13 घरेलू उपचार इलाज और उपाय, जिन्हें अपना कर आप पथरी रोग से राहत पा सकते हैं…
इसकी बड़ी वजह खान-पान की गलत आदतें और पानी व अन्य मूत्रल आहारों की कमी होती है।
गुर्दे की पथरी अलग अलग आकार की हो सकती है|
कुछ पथरी के कण रेत के दानों की तरह बहुत हीं छोटे आकार के होते हैं तो कुछ बहुत हीं बड़े।
आमतौर पर छोटे मोटे पथरी के कण मूत्र के जरिये शरीर के बाहर निकल जाया करते हैं
लेकिन जो पथरी आकार में बड़ी हो जाती हैं उसके क्रिस्टल बाहर नहीं निकल पाते एवं मूत्र के बाहर निकलने में बहुत ही बाधा डालते हैं
उससे बहुत हीं ज्यादा पीड़ा उत्पन्न होती है।
पथरी का दर्द कभी-कभी बर्दाश्त से बाहर हो जाता है।
इसमें पेशाब करने में बहुत दिक्कत होती है और कई बार पेशाब रूक भी जाता है।
पथरी होने की कोई उम्र नहीं होती है, यह किसी भी उम्र में हो सकती है.
गुर्दे मूत्राशय की पथरी के 13 घरेलू उपचार
(1) आंवला पथरी में बहुत फायदा करता है।
विशेषकर कैल्शियम की पथरी में।
आंवला का चूर्ण मूली के साथ खाने से मूत्राशय की पथरी निकल जाती है।
(2) नारियल का पानी पीने से पथरी में फायदा होता है।
पथरी होने पर नारियल का प्रतिदिन पानी पीना चाहिए।
(3) जीरे को मिश्री की चाशनी अथवा शहद के साथ लेने पर पथरी घुलकर पेशाब के साथ निकल जाती है।
(4) अंगूर में एल्ब्यूमिन और सोडियम क्लोराइड बहुत ही कम मात्रा में होता हैं,
इसलिए किडनी में स्टोन के उपचार के लिए अंगूर को बहुत ही उत्तम माना जाता है।
चूँकि इनमें पोटेशियम नमक और पानी भरपूर मात्रा में होते है.
इसलिए अंगूर प्राकृतिक मूत्रवर्धक के रूप में भी उत्कृष्ट रूप में कार्य करता है।
(5) पथरी की समस्या से निपटने के लिए केला जरूर खाना चाहिए क्योंकि इसमें विटामिन बी 6 होता है।
विटामिन बी 6 ऑक्जेलेट क्रिस्टल को बनने से रोकता और तोड़ता भी है।
विटामिन बी-6, विटामिन बी के अन्य विटामिन के साथ सेवन करना किडनी में स्टोन के इलाज में काफी मददगार माना जाता है ।
नींबू का रस और जैतून का तेल
(6) नींबू का रस और जैतून के तेल का मिश्रण, गुर्दे की पथरी के लिए सबसे प्रभावी प्राकृतिक उपचार में से एक है।
इसमें धनिया का रस मिलाने से अधिक प्रभावी गुण आ जाते हैं.
पत्थरी का दर्द होने पर 60 मिली लीटर नींबू के रस में उतनी ही मात्रा में आर्गेनिक जैतून का तेल मिला कर सेवन करने से जल्दी ही आराम मिलता है।
नींबू का रस और जैतून का तेल पूरे स्वास्थ्य के लिए भी बहुत अच्छा रहता है।
प्याज़ भी होता है लाभकारी
(7) प्याज में गुर्दे की पथरी के इलाज के लिए औषधीय गुण पाए जाते हैं।
इसके प्रयोग से हम किडनी स्टोन से निजात पा सकते है।
लगभग 70 ग्राम प्याज को पीसकर और उसका रस निकाल कर पियें।
सुबह, शाम खाली पेट प्याज के रस का नियमित सेवन करने से पथरी छोटे-छोटे टुकडे होकर निकल जाती है।
(8) धनिया और चीनी को समान मात्रा में पीसकर एक-एक चम्मच ठंडे पानी से रोज तीन बार लेने से लाभ होता है और पथरी निकल जाती है।
यदि हरा धनिया उपलब्ध हो तो इसका साग या सूप बना कर खाने से भी पथरी टूट कर बहार निकल जाती है.
(9) सहजन की सब्जी खाने से गुर्दे की पथरी टूटकर बाहर निकल जाती है।
(10) किडनी में स्टोन को निकालने में बथुए का साग भी बहुत ही कारगर होता है।
इसके लिए आप आधा किलो बथुए के साग को उबाल कर छान लें।
अब इस पानी में जरा सी काली मिर्च, जीरा और हल्का सा सेंधा नमक मिलाकर, दिन में चार बार पीने से शीघ्र ही फायदा होता है।
आम, जामुन और करेला
(11) आम के पत्ते छांव में सुखाकर बहुत बारीक पीस लें और आठ ग्राम रोज पानी के साथ लीजिए, फायदा होगा।
(12) पका हुआ जामुन पथरी से निजात दिलाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
पथरी होने पर पका हुआ जामुन खाना चाहिए।
(13) करेला पथरी में रामबाण की तरह काम करता है।
करेले में मैग्नीशियम और फॉस्फोरस नामक तत्व होते हैं, जो पथरी बनने से रोकते हैं।
क्या ज़रूर करें
नीम्बू का रस, एप्पल साइडर विनेगर (apple cider vinegar), खूब पानी पीना
और वे आहार लेना जिनसे अधिक मूत्र आता हो, जैसे कुल्थी की दाल, पुनर्नवा, भूमि आंवला का साग इत्यादि;
पथरी निवारण के लिये हितकर होते है.
क्या न करें
चाय, कॉफी व अन्य पेय पदार्थ जिसमें कैफीन पाया जाता है, उन पेय पदार्थों का सेवन बिलकुल मत कीजिए, या कम कीजिये।
सारशब्द
दिए गए उपाय छोटी पथरी में कारगर हो सकते हैं.
यदि आपकी पथरी इन उपायों से न निकले तो जांच करवा लेनी चाहिए.
सावधान: यदि स्टोन का आकार बढ़ा हुआ हो तो अपने चिकित्सक से सलाह अवश्य लें.