Rem-IBS (रेम आय बी एस) संग्रहणी अथवा IBS रोग की प्रमुख लाभकारी औषधि है.
यह IBS के प्रभावों जैसे पेट में अफारा, मरोड़, आंव, दस्त, कब्ज़ में राहत देती है.
इसके उपयोग से आँतों के हानिकारक बैक्टीरिया का उन्मूलन तो होता ही है साथ ही यह आंतो में आई सूजन को भी कम करती जाती है.
हमारी छोटी आंत लगभग बैक्टीरिया रहित होती है.
लेकिन संग्रहणी रोग के पुराने होने पर बड़ी आंत के बैक्टीरिया छोटी आंत में भी घुस आते हैं,
जिस कारण अकारण भारीपन, गैस, जी मिचलाना, एसिडिटी का प्रकोप बढ़ जाता है.
यदि यह स्थिति अधिक समय तक बनी रहे तो H.pylori, salmonella, shigella जैसे बैक्टीरिया के संक्रमण से अलसर और घाव इत्यादि भी पनप जाते हैं,
और छोटी आंत के कैंसर के कारक भी बन जाते हैं.
छोटी आंत में बैक्टीरिया का बढ जाना SIBO (Small intestine bacterial overgrowth) रोग कहलाता है.
RemIBS छोटी आंत के इस संक्रमण से राहत दिलाने में भी कारगर रहती है.
Rem-IBS के उपयोग से विषाणुओं के कारण पनपे आँतों के स्राव (Leaky gut) में भी सहायता मिलती है
जिसके कारण कई autoimmune रोग जैसे सूजन, आर्थराइटिस, थाइरोइड इत्यादि हो जाया करते हैं.
IBS संग्रहणी पर विस्तृत जानकारी इस लेख पर देखी जा सकती है.
Rem-IBS (रेम आय बी एस) के संयोजक तत्व
Each capsule contains:
High potency organic extracts of
Anethum graveolens,
unripe Aegle marmelos,
Holarrhena antidysenterica 150mg ea,
Plumbago indica,
Woodfordia fruticosa 20mg ea,
Strychnos nux vomica 10mg,
Aconitum heterophylum5mg,
Mentha, trachyspermum ammi & camphor oil composite 50mg.
Appropriate overages added.
पैकिंग
90 Capsules in virgin grade HDPE jar.
लेने की विधि
One Rem-IBS capsule after breakfast, lunch and dinner, with water, thrice daily.
In diarrhoea dysentery, the dose may be repeated every one hour till the symptoms subside.