अमरुद का फल तो लाभकारी होता ही है, अमरुद के पत्ते भी औषधीय गुणों से भरपूर रहते हैं.
इसका फल बेहतरीन पोषक तत्वों से भरपूर होता है.
फाइबर का उत्तम स्रोत, एंटीऑक्सीडेंटस, विटामिन C का भण्डार (एक अमरूद फल में दो दिन के विटामिन C की आवश्यकता पूरी हो जाती है) और पोटैशियम तृप्त होने के कारण इसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं.
अमरुद में खूब lycopene पायी जाती है (5204 µg) जो टमाटर में मिलने जाने वाली लाइकोपीन (2573 µg) से दोगुनी से भी अधिक होती है.
लेकिन लाइकोपीन केवल लाल अमरुद में ही मिलती है, सफ़ेद में नहीं.
फल तो फल, आईये जानते हैं, क्या हैं अमरुद के पत्ते के स्वास्थ्य गुण व लाभ फायदे…
1. अमरुद के पत्ते – IBS अथवा संग्रहणी रोग में लाभकारी
IBS, संग्रहणी अथवा ग्रहणी रोग से कई लोग त्रस्त रहते हैं. (देखिये लेख)
अमरुद के पत्ते antimicrobial होते हैं.
जिसका मतलब है यह पेट के उन हानिकारक बैक्टीरिया से निजात दिलाने में लाभकारी हैं,
जो अतिसार व कब्ज़ जैसी परिस्थितियां पैदा करते हैं (1, 2).
अमरुद का फल भी फाइबर का एक उत्तम स्रोत है जिस कारण यह संग्रहणी रोग के लिये लाभकारी है. (3, 4, 5, 6).
2. डायबिटीज में सुधार
डायबिटीज एक कष्टदाई विसंगति है.
कई test-tube व जानवरों पर हुए शोधों ने पाया है कि अमरुद के पत्तों की चाय, चूर्ण या सत्व लेने से ब्लड शुगर स्तरों में गिरावट आ जाती है.
लम्बे समय तक शुगर लेवल नियंत्रित रहती है और इन्सुलिन प्रतिरोध (insulin resistance) भी कम हो जाता है (7, 8, 9, 10, 11).
19 लोगों के ऐसे ही एक समूह पर हुए शोध ने पाया कि अमरुद के पत्ते से बनी चाय पीने पर भोजनोपरांत की शुगर लेवल में कमी आती है (9).
3. महिला माहवारी दर्द निवारक
बहुत सी महिलाएं dysmenorrhea से ग्रसित होती हैं एक पीड़ादायक मासिक धर्म विकृति है.
इसके कारण उन्हें पेट में पीड़ा व ऐंठन का प्रकोप झेलना पड़ता है.
प्रमाण सामने आये हैं जिनमें अमरुद के पत्ते के सेवन से दर्द व ऐठन में राहत के स्पष्ट परिणाम मिलते हैं.
197 ऐसी कष्ट झेलती महिलाओं पर हुए एक अध्ययन ने पाया कि अमरुद के पत्तों के सत्व की 6mg मात्रा का नित्य उपयोग; पीड़ा ठीक करने में कारगर होता है.
इसे दर्दनिवारक दवाओं से भी अधिक प्रभावशाली पाया गया (12).
पत्तों के सत्व को गर्भाशय पर spasmolytic पाया गया
जिसका मतलब है यह गर्भाशय के मसल्स को पीड़ा और ऐंठन से बचाता है (13).
4. कोलेस्ट्रॉल नियंत्रक
एंटीऑक्सीडेंटस का हमारे स्वास्थ्य से बड़ा सरोकार है. (देखिये लेख)
बहुत से वैज्ञानिक मानते हैं कि ह्रदय की रक्षा के लिये एंटीऑक्सीडेंटस, विटामिन्स के अतिरिक्त
cholesterol का नियंत्रित होना भी ज़रूरी है.
अमरुद के पत्ते हानिकारक LDL कोलेस्ट्रॉल को घटाने वाले
और अच्छी अथवा लाभदायक HDL कोलेस्ट्रॉल को बढाने में सहायक पाए गए है. (14).
यदि अमरुद के पत्ते के साथ साथ अमरुद का सेवन भी किया जाए तो उच्च रक्तचाप ( high BP) में अधिक लाभ मिलता है. (15, 16, 17).
5. कैंसर से बचाव
अमरुद का सत्व एंटी-कैंसर गुणों वाला पाया गया है.
Test tube व जानवरों पर हुए परीक्षण दिखाते हैं कि यह कैंसर से बचाव के साथ साथ कैंसर कोशिकाओं के बढाव को भी रोक सकता है. (18, 19).
एक test tube शोध ने अमरुद के पत्तों से बनाया गया तेल कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकने में, कैंसर की कुछ ड्रग्स से चार गुना अधिक प्रभावी पाया.(20).
6. त्वचा रोगों, रूसी, कील मुहांसे की रोकथाम
अमरुद में एंटीऑक्सीडेंटस की उच्च उपलब्धता त्वचा के नुकसान को रोकने में सहायक पाई गयी है.
एंटीऑक्सीडेंट उम्र के बढ़ाव को रोकने का काम कर त्वचा की झुर्रियों से बचा सकते हैं. (21)
यही नहीं, अमरुद मुहांसों को पनपने से भी रोक सकता है.
यद्यपि कील मुहांसे रोकने के कई उपाय प्रचलन में हैं (देखिये लेख),
लेकिन अमरूद के पत्ते भी इन्हें रोकने में कारगर रहते हैं.
एक test-tube अध्ययन ने पाया कि अमरुद के पत्तों का सत्व मुहांसे और रूसी पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मार देता है.
यह शायद इसकी antimicrobial तथा anti-inflammatory गुणों के कारण होता है (22)
इन गुणों के कारण ही अमरुद के पत्तों के काढ़े का (सिर की इन्फेक्शन व फंगस इत्यादि के कारण) बालों के झड़ने में भी उपयोग होता है.
अमरुद के पत्तों के यही गुण, इसे मुख रोगों जैसे पायोरिया, दुर्गन्ध के लिये भी सही ठहराते हैं.
कैसे करें उपयोग
अमरुद के पत्ते कई तरह से उपयोग किये जा सकते हैं.
इनका काढ़ा व चाय बना कर पी सकते हैं.
पत्तों की हरी चटनी बनायीं जा सकती है.
पत्तों को सुखा कर चूर्ण बना सकते हैं,
जिसे खाने में और त्वचा व केश रोगों में लेप करने या धोने इत्यादि में उपयोग कर सकते हैं.