पौष्टिक उड़द के 15 आयुर्वेदीय नुस्खे udad ki dal ke laddu kheer upyog labh gun fayde in hindi काली उड़द उड़द t9 उड़द की दाल बनाने की विधि उड़द दाल की खीर उड़द धुली अंकुरित उड़द के फायदे काली उड़द के टोटके उड़द का वानस्पतिक नाम काली उड़द की दाल उड़द दाल के फायदे उरद की दाल के नुकसान तांत्रिक टोटके हींग के टोटके उड़द शेखर 2 उड़द आजाद 3 उड़द की नई किस्‍म उड़द की उन्नत खेती ग्रीष्मकालीन उड़द की खेती उड़द की खेती की जानकारी गर्मी में उड़द की खेती जायद में उड़द की खेती उड़द दाल के व्यंजन साबुत उरद दाल रेसिपी उड़द दाल की कचोरी काली दाल रेसिपी इन हिंदी उड़द दाल के लाभकारी गुण उड़द की दाल के लड्डू ब्लैक उरद दाल रेसिपी इन हिंदी उड़द की दाल की खीर खाने के फायदे उड़द की खीर के फायदे उरद की दाल की खीर के फायदे उड़द की दाल की खीर के फायदे उड़द का हलवा काली दाल की खीर के फायदे साबुत उरद दाल हरी उड़द दाल के प्रकार उड़द का उपयोग उड़द के गुण उड़द की दाल के लड्डू के फायदे उरद की दाल के गुण उड़द की दाल के लड्डू बनाने की विधि उरद दाल के फायदे इन हिंदी

उड़द की दाल, करे कमाल – 7 शक्तिवर्धक योग

उड़द की दाल एक ऐसी दलहन है जिसमें  पोषक तत्वों का भरपूर भण्डार रहता है.

प्रति 100 ग्राम उड़द में

पोटैशियम 983mg,

प्रोटीन 25 ग्राम,

कार्बोहायड्रेटस 57 ग्राम

और फाइबर 18 ग्राम रहते है.

इसमें हमारी दैनिक ज़रूरत का Iron 42%,

Magnesium 66% व

Vitamin B-6: 15% तक मिल जाते हैं.

उड़द के गुण इतने हैं कि शोधों ने भी  इसे अति पौष्टिक आहार माना है.

आईये जानते हैं, इसके लाभकारी औषधीय फायदे, लाभ व गुणों के बारे में…

उड़द का परिचय

उरद अथवा काली दाल (English name: Black gram; botanical name: Vigna mungo) विगना मुंगों; को

संस्कृत में ‘माष’ या ‘बलाढ्य’.

बँगला’ में माष या कलाई; गुजराती में अड़द; मराठी में उड़ीद. पंजाबी में माँह, जर्मन में उर्डबोहने;

फ्रेंच में हरीकोट उर्ड; पोलिश में फासोला मुंगों. पुर्तगाली में फेजों-द-इण्डिया तथा लैटिन में ‘फ़ेसिओलस रेडिएटस’, कहते हैं।

उड़द एक दलहन है जिसका  पौधा लगभग एक हाथ ऊँचा होता है.

यह भारतवर्ष में सर्वत्र मक्का, ज्वार, बाजरा और रुई के खेतों में तथा अकेला भी बोया जाता है।

इसकी दाल भोजन और औषधि, दोनों रूपों में उपयोगी है।

उड़द की प्रजातियाँ

भारत में इसकी दो प्रजातियाँ मुख्यत: पाई जाती हैं

1 बड़ी काली, जो वर्षा के आरंभ में बोई जाती है; और

2 छोटी हरी, जिसकी बुआई दो महीने पश्चात्‌ होती है।

छिलके वाली उड़द की दाल

इसकी हरी फलियों की भाजी तथा बीजों से दाल, पापड़, बड़े इत्यादि भोज्य पदार्थ बनाए जाते हैं।

उड़द दाल से कई पकवान बनाने की विधियाँ व रेसिपीज हैं.

जिनमें उरद के लड्डू, खीर, दाल, बड़े इत्यादि अधिक प्रचलित हैं.

उड़द के 6 शक्तिवर्धक योग

1 रात्रि को इसकी 30 ग्राम दाल पानी में भिगो दें.

सुबह इसे पीसकर दूध व मिश्री के साथ मिलाकर पीने से मस्तिष्क को ताकत मिलती है व वीर्य के लिए बहुत ही लाभकारी है।

2 भीगी हुई उड़द दाल (एक चम्मच) को पीसकर एक चम्मच देशी घी व आधा चम्मच शहद में मिला लें.

इसे लेकर चाटने के बाद मिश्री मिला हुआ दूध पीना लाभदायक है।

इसका प्रयोग लगातार करते रहने से पुरुष घोड़े की तरह ताकतवर हो जाता है।

3 उड़द दाल को पानी में भिगोकर उसे पीस लें.

उसमें नमक, कालीमिर्च, हींग, जीरालहसुन और अदरक मिलाकर उसके बड़े (एक पकवान) बनायें।

ये बड़े घी या तेल में डालकर खाने से वायु, दुर्बलता, बेस्वाद (अरुचि), टी.बी. व दर्द दूर हो जाता है।

4 उड़द दाल को पीसकर दही में मिलाकर व तलकर सेवन से पुरुषों के बल और धातु में बढ़ोत्तरी होती है।

इसे छिलके सहित खाने से मांस बढ़ता है।

उड़द के लडू और खीर

5 उड़द की दाल के लड्डू बनाने की विधि बड़ी ही आसान है.

उड़द दाल का आटा 500 ग्राम, गेहूं का आटा 500 ग्राम व पीपर का चूर्ण 500 ग्राम लें.

उसमें 200 ग्राम घी मिलाकर चूल्हे पर पकाकर 40-40 ग्राम वजन का लडू बना लें।

रात को सोने के समय उड़द की दाल के लड्डू का सेवन करके ऊपर से 250 मिलीलीटर दूध पी लें।

शरीर क्षीण नहीं होता और शारीरिक ताकत बढ़ती है.

इस प्रयोग में खट्टे, खारे व तेल वाली चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।

6 उड़द की दाल की खीर भी बनायी जाती है.

ठीक वैसे ही जैसे चावल की खीर बनाते हैं.

इस उरद की दाल की खीर के फायदे भी अनेक होते हैं.

यह खीर शक्तिवर्धक, वज़न बढ़ाने वाली तथा वीर्य की वृद्धि करने वाली होती है.

7 उड़द की दाल का हलवा भी बनाया जाता है. उड़द का हलवा ठीक वैसे ही बनाते हैं जैसे कि मूंग दाल का हलवा.

पहले धुली उड़द की दाल को पानी में भिगो देते हैं.

फिर पीसकर उसे घी में भून देते हैं.

बाद में पानी चीनी, लवंग इत्यादि मिला कर हलवा तैयार कर लेते हैं.

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