प्युनिका डी एस (Punica DS) आंत पेट के स्वास्थ्य के लिए एक उत्कृष्ट उत्पाद है जिसके उपयोग से पाचन क्रिया को दुरुस्त करने में आशातीत लाभ मिलता है।
इसमें उन वनस्पतियों का समायोजन है जिनके गुणगान आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान दोनों ही करते हैं।
इसमें निम्न जड़ी बूटियों का संतुलित समायोजन रहता है।
अनार की कली के छिलके (Pomegranate bud peels)
अनार के छिलके एंटीऑक्सीडेंट, पॉलीफेनॉल और फाइबर से भरपूर होते हैं, जो आंत स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करते हैं।
ये छिलके प्रीबायोटिक के रूप में काम करते हैं, लाभकारी बैक्टीरिया जैसे लैक्टोबैसिलस और बिफिडोबैक्टीरियम के विकास को प्रोत्साहित करते हैं, जिससे आंत माइक्रोबायोम का संतुलन बना रहता है।
इनके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन को कम करते हैं और एंटीमाइक्रोबियल गुण हानिकारक रोगजनकों से लड़ने में मदद करते हैं।
साथ ही, ये आंत की दीवार को मजबूत बनाकर “लीकी गट” जैसी समस्याओं को रोकते हैं।
इनके नियमित उपयोग से पाचन तंत्र मजबूत होता है और समग्र आंत स्वास्थ्य में सुधार होता है।
Punica DS में है गूलर की छाल
गूलर की छाल (फाइकस रेसमोसा) आहार फाइबर और बायोएक्टिव यौगिकों से भरपूर होती है, जो पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद होती है।
यह पाचन में सुधार करती है, कब्ज से राहत देती है और मल त्याग को नियमित करने में मदद करती है।
इसकी एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबियल गुण आंतों के माइक्रोबायोम को संतुलित रखते हैं, जिससे पेट की समस्याएं कम होती हैं।
यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल असुविधा को कम करती है और अल्सर से सुरक्षा प्रदान कर सकती है।
गूलर की छाल पाचन तंत्र की सेहत को बेहतर बनाने के लिए एक प्राकृतिक और प्रभावी उपाय मानी जाती है।
इंद्र जौ (Hollarhena antidysentrica)
इंद्र जौ (होलर्र्हिना एंटीडिसेंट्रिका) पाचन तंत्र के लिए एक लाभकारी औषधि है।
यह पाचन को सुधारने और आंतों की समग्र सेहत को बढ़ावा देने के लिए उपयोगी वनस्पति है।
इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-डायरेहियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो डायरिया, पेचिश और आंतों की सूजन जैसी समस्याओं को दूर करने में सहायक हैं।
यह पाचन तंत्र को मजबूत करता है और हानिकारक बैक्टीरिया के प्रभाव को कम करता है।
इंद्र जौ अपच, पेट दर्द और गैस जैसी समस्याओं में राहत देता है।
इसके प्राकृतिक यौगिक आंतों की दीवारों को मजबूती प्रदान करते हैं और विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं।
नियमित सेवन से यह आंतों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है और पाचन क्रिया को सुचारू करता है।
पेट दर्द, अपच और गैस की समस्या में राहत देता है।
इसके टैनिन और अल्कलॉइड्स आंतों की दीवार को मजबूत करते हैं और विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं।
इन्द्र जौ को कुटज भी कहा जाता है।
Punica DS में है नीम
नीम अथवा निम्ब पाचन तंत्र के लिए अत्यंत फायदेमंद वनौषधि जानी जाती है।
इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल, डिटॉक्सिफाइंग और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो आंतों के हानिकारक बैक्टीरिया और परजीवियों का खात्मा करते हैं।
नीम के पत्तों का रस और नीम की छाल का सेवन अपच, कब्ज और पेट की सूजन में राहत देता है और आंतों को साफ कर विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।
इसके कड़वे यौगिक पाचन रसों के स्राव को बढ़ावा देकर पाचन प्रक्रिया को बेहतर बनाते हैं जिसके कारण यह अल्सर और गैस्ट्रिक समस्याओं में भी लाभकारी होता है।
त्रिकटु
त्रिकटु, जिसमें सौंठ (सूखी अदरक), काली मिर्च और पिपली समभाग में शामिल होते हैं, एक प्राचीन आयुर्वेदिक मिश्रण है जो पाचन और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।
यह अग्नि (पाचन शक्ति) को तेज करता है, जिससे भोजन का बेहतर पाचन और पोषक तत्वों का अवशोषण होता है।
पोषक तत्वों के अवशोषण गुण के कारण यह प्युनिका डी एस (Punica DS) को अधिक कारगर बना देता है।
प्युनिका डी एस (Punica DS) के घटक
प्रत्येक कैपस्यूल में उच्च सघनता के ऑर्गैनिक घनसत्व की मात्रा इस प्रकार से है:
Each Capsule Contains Certified High Potency organic extracts of:
अनार की कली के छिलके (Punica granatum) bud peels 130mg
गूलर (Ficus racemosa) 130mg
इन्द्रजौ (Hollarhena antidysentrica) 130mg
नीम (Azadirachta indica) 130mg
पिप्पली (Piper longum) 20mg
मरिच (Piper nigrum) 20mg
अदरक (Zinjiber officinale) 20mg
Dosage
एक कैपस्यूल पानी के साथ, नाश्ता, दोपहर और रात के भोजन बाद। (One capsule with water after breakfast lunch and dinner)
Packing
90 capsules in virgin grade HDPE jar