enzymes probiotics

एंज़ाइम्स या प्रोबायोटिक्स – क्या है बेहतर

हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए पाचन तंत्र का सही ढंग से काम करना बेहद महत्वपूर्ण होता  है।

जब पाचन सही होता है, तो शरीर पोषक तत्वों को अच्छी तरह से अवशोषित करता है, ऊर्जा बनाए रखता है, और भोजन के बाद हल्कापन  महसूस होता है।

लेकिन जब पाचन बिगड़ता है, तो यह गैस, अपच, सूजन, पेट दर्द और पोषक तत्वों की कमी का कारण बन सकता है।

पाचन समस्याओं को स्वस्थ रखने के लिए दो सामान्य उपाय माने जाते हैं: एंजाइम्स और प्रोबायोटिक्स

लेकिन सवाल यह है कि इनमें से कौन सा बेहतर है? आइए, इनके फायदों और उपयोग को समझते हैं।


क्या होते हैं पाचन एंजाइम्स?

पाचन एंजाइम्स वे प्रोटीन होते हैं जो भोजन को छोटे, अवशोषित होने वाले अणुओं में तोड़ने का काम करते हैं।

ये कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन और फैट को तोड़ने के लिए आवश्यक होते हैं।

शरीर इन्हें स्वाभाविक रूप से लार, पेट अथवा आमाशय, अग्न्याशय और आंतों में बनाता है।

लेकिन कुछ स्वास्थ्य समस्याओं या बाहरी कारणों से एंजाइम की कमी हो सकती है, जिससे पाचन में दिक्कत होती है।

पाचन एंजाइम्स के प्रकार

  1. एमाइलेज (Amylase): कार्बोहाइड्रेट्स को साधारण शर्करा (simple sugars) में तोड़ता है।
  2. प्रोटीएज़ (Protease): प्रोटीन को अमीनो एसिड में बदलता है।
  3. लिपेज़ (Lipase): फैट को फैटी एसिड और ग्लिसरॉल में तोड़ता है।
  4. लैक्टेज़ (Lactase): डेयरी में मौजूद लैक्टोज़ (दूध की शक्कर) को पचाने में मदद करता है।
  5. सेल्युलेज़ (Cellulase): फाइबर को तोड़ता है (यह शरीर में नहीं बनता, इसे सप्लीमेंट से लेना होता है)।

एंजाइम्स कैसे काम करते हैं?

एंजाइम्स भोजन को तेजी से पचाने में मदद करते हैं।

उदाहरण के लिए, अगर आप पिज्जा खाते हैं, तो एंजाइम्स क्रस्ट के कार्बोहाइड्रेट, चीज़ के प्रोटीन, और तेल के फैट को छोटे-छोटे भागों में तोड़ देते हैं, ताकि शरीर इन्हें आसानी से अवशोषित कर सके।

एंजाइम्स किनके लिए फायदेमंद हैं?

  • जिन्हें एंजाइम की कमी हो: जैसे लैक्टोज असहिष्णुता (लैक्टोज इनटॉलरेंस) या अग्न्याशय से एंजाइम न बनना।
  • जिन्हें कुछ खाने से दिक्कत हो: जैसे भारी या तैलीय भोजन के बाद सूजन।
  • बार-बार सूजन या गैस की समस्या: भोजन के बेहतर पाचन से गैस बनने की समस्या कम होती है।

प्रोबायोटिक्स क्या हैं?

प्रोबायोटिक्स जीवित बैक्टीरिया और यीस्ट हैं, जो शरीर को लाभ पहुंचाते हैं।

ये आमतौर पर आंत में पाए जाते हैं और पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।

पाचन में प्रोबायोटिक्स की भूमिका

प्रोबायोटिक्स आंत के माइक्रोबायोम (गट बैक्टीरिया का समूह) को संतुलित करते हैं।

यह न केवल पाचन को बेहतर बनाता है, बल्कि पोषक तत्वों के अवशोषण, रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी), और सूजन को कम करने में भी मदद करता है।

प्रोबायोटिक्स के सामान्य प्रकार

  1. लैक्टोबैसिलस (Lactobacillus): यह दही और अन्य खमीर वाले खाद्य पदार्थों में पाया जाता है।
  2. बिफिडोबैक्टीरियम (Bifidobacterium): यह आंत की सेहत को सुधारता है और आईबीएस (IBS) के लक्षणों में राहत देता है।
  3. सैक्रोमाइसिस बोलार्डी (Saccharomyces boulardii): दस्त (diarrhea) और गट संक्रमण में फायदेमंद।

प्रोबायोटिक्स किनके लिए फायदेमंद हैं?

  • जिनका गट बैलेंस बिगड़ा हो: खराब आहार, एंटीबायोटिक्स, या तनाव से गट बैक्टीरिया का संतुलन बिगड़ सकता है।
  • आईबीएस या पाचन समस्याओं वाले लोग: जैसे बार-बार कब्ज, दस्त, या सूजन।
  • एंटीबायोटिक्स लेने के बाद: प्रोबायोटिक्स अच्छे बैक्टीरिया को फिर से बढ़ने में मदद करते हैं।

एंजाइम्स और प्रोबायोटिक्स में अंतर

पक्षपाचन एंजाइम्सप्रोबायोटिक्स
कामभोजन को छोटे पोषक तत्वों में तोड़ते हैं।गट बैक्टीरिया को संतुलित करते हैं।
प्रभावतुरंत राहत देते हैं।गट की सेहत को धीरे-धीरे सुधारते हैं।
किसके लिए बेहतरएंजाइम की कमी, खाद्य असहिष्णुता।लंबे समय तक पाचन और गट हेल्थ के लिए।

एंजाइम्स कब चुनें?

एंजाइम्स उनके लिए फायदेमंद हैं, जिन्हें तुरंत पाचन राहत की आवश्यकता है।

कुछ स्थितियों में एंजाइम्स अधिक फायदेमंद हो सकते हैं:

  1. लैक्टोज इनटॉलरेंस: दूध और डेयरी उत्पादों से होने वाली परेशानी में लैक्टेज़ एंजाइम मदद करता है।
  2. भारी भोजन: तैलीय और मसालेदार खाने को पचाने के लिए लिपेज़ एंजाइम।
  3. उम्र बढ़ने पर: उम्र के साथ एंजाइम उत्पादन कम हो सकता है।

हालांकि, एंजाइम्स गट बैक्टीरिया के असंतुलन को नहीं सुधारते।


प्रोबायोटिक्स कब चुनें?

लंबे समय तक पाचन से जुड़ी समस्याओं को सुधारने में प्रोबायोटिक्स सहायता करते हैं।

इन स्थितियों में प्रोबायोटिक्स बेहतर हैं:

  1. एंटीबायोटिक्स के बाद: गट में अच्छे बैक्टीरिया को फिर से बढ़ने में मदद करते हैं।
  2. आईबीएस या क्रॉनिक पाचन समस्याएं: कब्ज, सूजन और बार-बार पेट खराब होने में राहत।
  3. समग्र गट स्वास्थ्य: गट बैक्टीरिया का संतुलन बनाए रखते हैं।

क्या Enzymes Probiotics दोनों लेने चाहिये?

जी हां! एंजाइम्स और प्रोबायोटिक्स का संयोजन पाचन में बेहतरीन परिणाम दे सकता है।

एंजाइम्स भोजन को तुरंत पचाने में मदद करते हैं, जबकि प्रोबायोटिक्स गट अथवा बड़ी आंत की समग्र सेहत को सुधारते हैं।

उदाहरण के लिए, अगर आपको भारी भोजन के बाद गैस की समस्या होती है, तो एंजाइम्स तुरंत राहत देंगे, जबकि प्रोबायोटिक्स उस समस्या को जड़ से ठीक करने में सहायता करेंगे।


सही विकल्प कैसे चुनें?

  1. अपनी जरूरत पहचानें: यदि  तुरंत राहत चाहिए, तो एंजाइम्स चुनें। अगर समस्या लंबे समय से है, तो प्रोबायोटिक्स लें।
  2. सही उत्पाद चुनें: Enzymes Probiotics के ऐसे ब्लेन्ड चुनें जो समग्र रूप से राहत और समाधान दे पायें।
  3. डॉक्टर से सलाह लें: यदि समस्या गंभीर है या कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो डॉक्टर से परामर्श करें। आप हमें फोन पर कॉल या व्हाट्सप्प कर समाधान ले सकते हैं।

निष्कर्ष

एंजाइम्स और प्रोबायोटिक्स के बीच तुलना इस पर निर्भर करती है कि आपकी पाचन समस्या क्या है।

एंजाइम्स तुरंत राहत देते हैं, जबकि प्रोबायोटिक्स गट की समग्र सेहत को सुधारते हैं।

कई मामलों में, दोनों का संयोजन सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है।

अपने पाचन तंत्र की सेहत को प्राथमिकता दें और सही विकल्प चुनकर एक स्वस्थ जीवन जीएं।




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