जो भजे हरी को सदा, सो परम पद पायेगा
जो भजे हरी को सदा, सो परम पद पायेगा राम जो भजे हरी को सदा, सो परम पद पायेगा देह के माला, तिलक और भस्म नहीं कुछ काम के प्रेम भक्ति के बिना, कहीं हाथ के मन आयेगा? दिल के दर्पण को सफा कर, भूल कर अभिमान को खाक हो गुरु के चरण की, तो प्रभु मिल जायेगा छोड़ […]
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