आयुर्वेद में कई भस्में (हर्बल-खनिज मिश्रण) हैं जो पाचन तंत्र को संतुलित करके अम्लता और गैस्ट्राइटिस को प्रबंधित करने में सहायक होती हैं। अम्लान्ता (Amlanta) इनके संतुलित संयोजन का परिणाम है।
अम्लान्ता (Amlanta) ऐसी सिद्ध भस्मों का संयोजन है जिसके बारे में आयुर्वेद में लिखा गया है कि इनके उपयोग से पेट की अम्लता वैसे ही नष्ट होती है जैसे एक हाथी सिंहों के झुंड को तितर बितर कर देता है।
अम्लान्ता (Amlanta) में हैं अम्लतानाशक सर्वश्रेष्ठ भस्में
वैज्ञानिक शोध एकमत हैं कि यह भस्में पूरी कारगर हैं और इन भस्मों के कोई भी दुष्प्रभाव नहीं होते हैं जैसे कि एलोपैथिक दवाओं में अक्सर होते हैं। (पढ़िये ये लेख)
इसमें निम्नलिखित भस्मों का संयोजन है जिनके गुण धर्म की जानकारी इस प्रकार से है।
प्रवाल भस्म
मूंगा (Coral) से तैयार यह भस्म अम्लता और गैस्ट्राइटिस को प्रबंधित करने में उत्कृष्ट मानी जाती है।
जलन को कम करती है, पाचन को बढ़ावा देती है और पेट की परत को मजबूत करती है।
मुक्ताशुक्ति भस्म
मोती के सीप (Pearl Oyster Shells) से तैयार यह भस्म कैल्शियम और क्षारीय गुणों से भरपूर होती है। यह पेट के अल्सर को ठीक करती है और पाचन सुधारती है।
कपर्दक भस्म
कौड़ी की खोल (Cowrie Shells) से बनाई गई यह भस्म पेट को ठंडक पहुंचाने और एसिड रिफ्लक्स को कम करने में सहायक है।
अम्लता को नियंत्रित करती है, पाचन सुधारती है, और गैस को कम करती है।
शंख भस्म
शंख (Conch shells) से बनाई गई यह भस्म पेट के अत्यधिक अम्ल को नियंत्रित करने और गैस्ट्रिक लाइनिंग की सूजन को शांत करने में मदद करती है।
यह अम्लता, अपच, और पेट फूलने से राहत दिलाती है।
गोदंती भस्म
जिप्सम से बनी यह भस्म एंटासिड और सूजनरोधी गुणों से भरपूर होती है।
अम्लता, गैस्ट्राइटिस और इसके कारण होने वाले लक्षणों जैसे सिरदर्द और मतली का इलाज करती है।
Composition
Each Capsule Contains, high potency certified
Coral Calx (Praval Bhasm) 150mg
Pearlshell Calx (Muktashukti Bhasm) 150mg
Capes Calx (Kapardak Bhasm) 120mg
Conchshell Calx (Shankh Bhasm) 120mg
Gypsum Calx (Godanti Bhasm) 110mg
Dosage
One capsule after meals with water, twice or thrice daily.
Packing
90 Capsules in HDPE jar