राम से अनुराग करिये
राम शब्द सर्वोच्च सत्ता का द्योत्तक है, जिसका वर्णन वेदों में मिलता है.
संत शिरोमणि रामानंद जी (जिनके शिष्य कबीर, रविदास, धन्ना, पीपा जैसे महात्मा संत हुए), गुरु नानक देव जी;
सब ने सिमरन में राम नाम सबसे उत्कृष्ट बताया है.
सुनिये इस कालजयी संगीत को और आत्मिक आनंद लीजिये…
सृष्टि में जो कुछ समाहित
है वही एक स्वाद जो
राम है वस राम प्राणी,
कुछ नहीं विवाद जो
जीव में धड़कन वही है
अग्नि में है आग जो
भक्ति की गंगा है बहती
नित बसंत भाग जो
शक्ति के हैं पुंज वो तो
मोह संग वैराग जो
राम में अनुरक्त रहिये
वस्तु में है स्वाद जो
सत्य की कुंजी वही है
कर्म के संग त्याग जो
क्षीर में है नीर को रस
भोज में प्रसाद जो
जन्म में है राम जय जय
मृत्यु में संवाद जो
नारायण बन, बस राम सुमिरौ
मोक्ष का है नाम जो
राम से अनुराग करिये
उत्क्रष्ट रचना, आदरणीय दास नारायण जी की है, अनुपम गायन है आदरणीय राजन साजन मिश्रा जी का
अतिशय धन्यवाद, अनुमति के लिए.
आनंद ही आनंद. जितनी बार भी सुनो, आनंद ही आनंद
Isase sundar sunane ke liye kuchh nahi ho sakta. Ram se anurag kariye Hum Hinduo ke hai Praan jo.😇🧡