छोटे बच्चों की एक कक्षा को शिक्षिका ने एक टेस्ट दिया.
उन्हें दुनिया के सात आश्चर्यों के नाम लिखने को कहा.
यद्यपि कुछ विरोधाभास भी थे, लेकिन लगभग सभी के उत्तर मुख्यतः ये थे
- इजिप्ट के पिरामिड
- ताजमहल
- ग्रैंड कैनियन
- पनामा नहर
- चीन की ग्रेट वाल
- एम्पायर स्टेट बिल्डिंग
- जेरुसलेम का पुराना शहर, बैबेलोन के लटकते उद्यान इत्यादि, इत्यादि
पेपर इकठ्ठा करते समय शिक्षिका ने पाया कि एक बच्ची शायद अपना पेपर पूरा नहीं कर पा रही थी. इसलिए पूछा यदि उसे कोई दिक्कत आ रही हो.
बच्ची बोली…
‘हाँ टीचर, दुनिया में एक से बढ़ कर एक आश्चर्य हैं’
मुझे समझ नहीं आ रहा कि क्या लिखना चाहिए…
शिक्षिका बोली-
‘चलो देखते हैं, तुमने क्या लिखा है, हो सकता है मैं तुम्हारी सहायता कर सकूँ.’
बच्ची थोड़ी झिझकी फिर अपने उत्तर पढ़ कर सुनाने लगी
“टीचर, मेरी समझ में ‘दुनिया के सात आश्चर्य हैं’…
- देख पाना
- सुन पाना
- स्पर्श कर पाना
- स्वाद ले पाना
- महसूस कर पाना
- हँसना
- प्यार
true sir.these are real wonders