साधारण चाय की अपेक्षा यदि हम चाय मसाला का विकल्प चुनें तो बेहतर स्वाद के साथ साथ कई साधारण रोगों से भी बचा जा सकता है, जो बदलते मौसम, विशेषकर बारिश व सर्दियों में व्याप्त होते हैं.
आईये जानते हैं चाय मसाला बनाने की एक ऐसी ही आसान विधि अथवा रेसिपी के बारे में,
जो सर्दी, खांसी, जुकाम, पेट की इन्फेक्शन इत्यादि से बचा कर रखती है और इम्युनिटी बढ़ाने जैसे कई अन्य लाभ भी देती है.
गुणकारी चाय मसाला- सामग्री
स्वस्थ तथा निरोगी रहने के लिये चाय मसाला के लिये यह सामग्री चाहिए होगी:
- lemongrass के सूखे पत्ते – आधा कप
- तुलसी की छाँव में सुखाई हुई पत्तियां – 1 कप
- काली मिर्च – 3 बड़े चम्मच
- पिप्पली पाउडर – 3 बड़े चम्मच
- सोंठ पाउडर – 3 बड़े चम्मच
- सौंफ – 1 चम्मच
- छोटी इलाइची – 15
- लौंग – 15
- दालचीनी का टुकड़ा – 1
चाय मसाला बनाने की विधि
दालचीनी के कूटकर छोटे टुकड़े कर लें.
फिर सभी वस्तुयों को ग्राइंडर में मोटा पीस लें.
चय मसाला तैयार है.
किसी एयर टाइट डिब्बे में भर के रख लें.
जब भी चाय बनानी हो तो चाय में बस एक चुटकी चाय का मसाला पाउडर मिलाएं और सेहतमंद व ख़ुशबूदार चाय का मज़ा लें.
विशेष
ये ज़रूरी नहीं कि चाय मसाला के लिये सभी वस्तुएं डाली जाएँ.
यदि कोई सामग्री न मिले तो अन्य से ही काम चला लें.
आप दी गयी मात्राओं में स्वादानुसार बदलाव भी कर सकते हैं.
गुण तथा लाभ फायदे
इसको बनाने में उपयोग होने वाली हर वस्तु कई औषधीय गुणों से परिपूर्ण रहती है.
फिर चाहे वो तुलसी व lemongrass हों या फिर पिप्पली, सोंठ और कालीमिर्च का योग; या लौंग, इलायची, दालचीनी व सौंफ इत्यादि.
आयुर्वेद में, पिप्पली, सोंठ और कालीमिर्च का योग त्रिकटु के नाम से जाना जाता है.
इसे एलर्जी, इम्युनिटी व खांसी जुकाम के लिये उतना ही लाभकारी बताया गया है जितना कि पेट के रोगों के लिये त्रिफला.