Rajeev Sharma

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डायबिटीज

डायबिटीज – कहीं आप इसकी गिरफ्त में तो नहीं?

एक स्वस्थ व्यक्ति की फास्टिंग शुगर (खाने के कम से कम आठ घंटे बाद) 100 mg/dL तक, व खाने के 2 घंटे बाद की रक्त शुगर 140mg/dL के नीचे पायी जाती है. डायबिटीज तब मानी जाती है जब दो अलग अलग दिनों पर, शरीर में रक्तशुगर की मात्रा खाली पेट 126 से अधिक तथा भोजन बाद 200 से अधिक निकले. […]

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मौनी दीक्षा

एकदा महात्मा बुद्ध अपने शिष्यों के साथ बैठे वार्तालाप कर रहे थे ! तभी एक घुमक्कड़ साधु उनके पास आया ;उसने बुद्ध से कहा -भगवन मेरे पास न बुद्धि है न चातुर्य न तो मेरे पास अच्छे शब्द हैं और न ही कुशलता अत: मैं आपसे कोई प्रश्न या जिज्ञासा करने की स्थिति में भी

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गुरु निष्ठा

गुरु निष्ठा की पराकाष्ठा – संदीपन मुनि का उच्चतम त्याग

यह एक सत्यकथा है जिससे बेहतर गुरु निष्ठा की पराकाष्ठा का उद्धरण शायद मिल पाना असम्भव हो. गुरु निष्ठा – परिदृश्य प्राचीनकाल में गोदावरी नदी के किनारे वेदधर्म मुनि के आश्रम में उनके शिष्य वेद-शास्त्रादि का अध्ययन किया करते थे। एक दिन गुरु ने अपने शिष्यों की गुरुभक्ति की परीक्षा लेने का विचार किया। सत्शिष्यों में गुरु के

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भक्तिमय कर्मयोग

भक्तिमय कर्मयोग – जीवन जीने की आसान कला

परम पूज्य श्री डॉ विश्वामित्र जी महाराज श्री के मुखारविंद से जो अपने आप को, परमात्मा को समर्पित कर देता है, परमात्मा उसे अपने अनुसार चलाता है। यह बहुत गहरा भेद आ जाता है, उसे वह अपने अनुसार चलाता है। कर्मों के अनुसार नहीं चलाता। मानो जो उसके कर्म हैं, संचित भी है, भले ही शास्त्र

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देर है, अंधेर नहीं

देर है, अंधेर नहीं! – बहुत गूढ़ है यह सत्य

परमपूज्य डॉ विश्वामित्र जी महाराज के मुखारविंद से, देर है, अंधेर नहीं एकदा भगवान श्री कृष्ण भोजन के लिए बैठे हुए थे! एक दो कौर मुँह में लिये ही थे कि अचानक उठ खड़े हुए एवं बड़ी व्यग्रता से द्वार की तरफ भागे… फिर लौट आए… उदास… और भोजन करने लगे! रुक्मणी ने पूछा -प्रभु थाली

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