शरीर की बहुत सारी अनैच्छिक क्रियाएं जैसे दिल का धडकना, आँतों की क्रियाशीलता, सांस का चलना इत्यादि autonomic nervous system के कारण होती हैं। कभी कभी की हिचकी भी इसी कारण से होती है।
हिचकी एक प्राकृतिक शारीरिक प्रतिक्रिया है जो व्यक्ति को तब होती है जब diaphragm में अनैच्छिक संकुचन के कारण स्वरतंत्र वायु को पेट में जाने से रोकते हैं।
गर्दन से छाती तक जाने वाली नाड़ियों में आकस्मिक उत्तेजना से भी हिचकी होने लग जाती है।
सामन्यत: हिचकी बहुत थोड़ी देर तक आती है. लेकिन नाड़ीतंत्र की उत्तेजना से कई बार ये अधिक देर तक होने से असहज और असहनीय हो जाती है. ऐसे में इसे रोकने के उपाय भी करने पड़ते हैं।
आईये जानते हैं क्या हैं हिचकी रोकने के 10 सरल उपाय (hichki rokne ke upay nuskhe) और उपचार…
1 एक गिलास पानी झटपट पीने से हिचकी रोग ठीक हो जाता है।
2 एक गिलास कुनकुने गर्म पानी में एक चम्मच शहद डालकर पीने से हिचकी बंद हो जाती है।
3 हिचकी आने पर लम्बी, गहरी सांस लेने से हिचकी बंद हो जाती है।
4 हिचकी आने पर नाक को उँगलियों से दबाकर बंद करने से भी हिचकी रुक जाती है। सांस रोकने व कानों को उँगलियों से बंद करने पर भी हिचकी बंद हो जाती है।
5 एक चम्मच चीनी फांकने या शहद का सेवन करने से हिचकी रोग तुरंत ठीक हो जाता है।
6 सौंठ, काली मिर्च का समभाग चूर्ण बना कर चीनी या शहद के साथ सेवन करें, तुरंत लाभ मिलेगा।
7 छोटी इलायची और तुलसी के पत्तों को एकसाथ पीसकर पानी में मिलाकर पीने से हिचकी बंद हो जाती है।
8 2-3 लौंग और एक इलायची को मुहं में रखकर चूसने से हिचकी बंद हो जाती है। बाद में एक गिलास पानी पी लें।
9 फ्रिज से बर्फ के छोटे-छोटे टुकड़े मुंह में रखकर चूसें, हिचकी आना बंद हो जाती है।
10 पेट की सिंकाई करने से डायाफ्रॉम को आराम मिल जाता है जिससे हिचकी बंद हो जाती है।
विशेष
यदि हिचकी का आना लगातार 24 घंटे से अधिक का हो तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेकर इलाज करवाएं।
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