संतजन हमेशा ही शांतिदायक भाव की महता समझाते रहे है.
मौन भाव
इस का अभ्यास मानसिक रोगों जैसे चिंता, व्यग्रता, तनाव, संताप, अनिद्रा, ब्लडप्रेशर इत्यादि से रोगमुक्ति की अनुपम औषधि भी है.
अपने आप को कभी भी, कमरे में बंद कर या किसी एकांत में, इस अनुपम प्रस्तुति का आनंद उठाईये.
यहाँ कौन किसी का मीत,
सुनो मन, मौन भाव के गीत.
स्वयं अनुभव कीजिये, शांत भाव की महता।
अनुमति साभार: आदरणीय आलोक सहदेव जी