आजकल के खानपान के कारण हमारे पाचन में कई विकृतियां आ गयी हैं, जिनके मुख्य कारण हैं:
1. Pesticides के कारण आहारों में विषतत्वों की अधिकता।
2. एंटीबायोटिक्स और दर्द निवारक औषधियों के प्रभाव से हमारे पेट के पाचन का असंतुलन।
3. सब्जियों अनाजों की उन्नत किस्में जो बनायीं तो पैदावार बढ़ाने के लिए थीं, लेकिन अब समझ आ रहा है कि हमारे पाचन तंत्र को इन्हें पचाना भारी पड़ रहा है.
इन्हीं तीन विकृतियों के कारण हम में से कई लोग पेट के किसी न किसी रोग जैसे कब्ज़ (Constipation), एसिडिटी पित्त विकारों, IBS संग्रहणी, आँतों की सूजन से जूझ रहे हैं।
विरेचक औषधियाँ हानिकारक होती हैं
पेट की सफाई के लिए यदि आप लगातार कोई तीव्र विरेचक औषधि लेते रहते हैं तो आँतों में शिथिलता आने लगती है।
और फिर एक समय ऐसा भी आता है जब बिना किसी विरेचक औषधि के मल त्याग हो ही नहीं पाता।
इसलिए इनके नियमित सेवन से ज़रूर बचना चाहिये।
आपको चुनना चाहिये ऐसा विकल्प जो वनस्पति आधारित हो और जिसके कोई दुष्प्रभाव भी न हों।
सोमेलो (Somalo) है स्थायी समाधान
यह रोज रोज की अनियमित कब्ज और पेट की समस्याओं के लिए उत्तम रसायन (Tonic) है।
घृतकुमारी के उच्च Aloin युक्त घनसत्व से बनी सोमेलो (Somalo) एक सौम्य प्रस्तुति है, जिसे घृतकुमारी के उन्ही गुणतत्वों को लिया जाता है जिन्हें शोधों ने प्रभावकारी पाया है।
घृतकुमारी अथवा ग्वारपाठा (Aloes) एक ऐसी वनस्पति है जिसे आयुर्वेद और विज्ञान दोनों ही, स्वास्थ्य के लिए गुणकारी बताते हैं।
इसका उपयोग सदियों से आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा में किया जाता रहा है।
इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन, खनिज और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो इसे स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी बनाते हैं।
यह एक उत्तम रसायन भी है और औषधि भी।
शोधों में प्रमाणित हो चुका है कि यह एक ऐसा टॉनिक है जिसके नियमित सेवन से पाचन तंत्र की कार्यकुशलता सुचारू रहती है और हम कई आयु जनित विकारों से भी बचे रह सकते हैं।
इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं होता इसलिये इसे हर रोज उपयोग किया जा सकता है। (1, 2, 3, 4, 5, 6)
सोमेलो (Somalo) के अन्य स्वास्थ्य लाभ
सोमेलो (Somalo) में ऐलो वेरा में एंटी-बैक्टीरियल और हाइड्रेटिंग गुण होते हैं, जो त्वचा को नमी प्रदान करते हैं और मुंहासे, झाइयों व झुर्रियों से बचाते हैं।
इसे देवियों की अनियमित माहवारी को नियमित और पीड़ारहित रखने में भी लाभकारी है।
सोमेलो (Somalo) डायबिटीज के मरीजों के लिए दो तरीके से फायदेमंद होती है। यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करती है साथ ही डायबिटीज के कारण आई आंतों की शिथिलता में भी सुधार होता है।
यह शरीर से हानिकारक टॉक्सिन्स को बाहर निकालकर आंतरिक अंगों को शुद्ध करने में सहायक है।
सोमेलो (Somalo) के संयोजक तत्व
प्रति कैप्सूल के मुख्य संयोजक तत्व इस प्रकार हैं
High potency (10% aloin) Aloe barbedensis extract 500mg
Composite comprising:
अजवायन सत्व Trachispermum ammi ext
पुदीना सत्व Mentha arvensis ext
कर्पूर Cinnamomum camphora ext 25mg
Excepients QS
पैकिंग
60 कैप्सूल्स HDPE जार में.
सेवन विधि
एक capsule भोजन बाद पानी के साथ, दिन में एक से तीन बार; या चिकित्सक के विशेष निर्देशानुसार.
पुरानी हठी कब्ज़ के निवारण के लिए:
एक कैप्सूल हर भोजन के उपरान्त; रोग के पूरे ठीक होने तक तक किया जाना चाहिये।
बाद में रात्रि भोजन के बाद; एक या दो कैप्सूल्स प्रतिदिन