आजकल के खानपान में तीन विकृतियां आ गयी हैं.
1 आहारों में Pesticides का उपयोग
2 सब्जियों अनाजों की उन्नत किस्में जो बनायीं तो पैदावार बढ़ाने के लिए थीं, लेकिन अब समझ आ रहा है कि हमारे पाचन तंत्र को इन्हें पचाना भारी पड़ रहा है.
उदाहरण के रूप में टमाटर को ही लीजिये.
देशी किस्म का टमाटर एक दो दिन में ही पकने गलने लगता है लेकिन हाइब्रिड टमाटर का दस दिन तक भी कुछ नहीं बिगड़ता.
जब इस प्रकार के टमाटर बाहर ही नहीं पकते गलते हैं तो हमारे पेट में कैसे पच पाएंगे.
यही हाल कई अन्य अनाजों , दालों और फल सब्जियों का भी है.
- एंटीबायोटिक्स और दर्द निवारक औषधियों का प्रभाव हमारे पेट के पाचन को बिगड़ देता है
इन्हीं तीन विकृतियों के कारण हम में कई लोग पेट के किसी रोग जैसे कब्ज़ (constipation), IBS संग्रहणी, आँतों की सूजन से जूझ रहे हैं
विरेचक औषधियाँ हानिकारक होती हैं
पेट की सफाई के लिए यदि आप लगातार कोई विरेचक औषधि लेते रहते हैं
तो आँतों में शिथिलता आने लगती है
और फिर एक समय ऐसा भी आता है जब बिना किसी विरेचक औषधि के मल त्याग हो ही नहीं पाता.
इसलिए इनके नियमित सेवन से ज़रूर बचना चाहिये.
आपको चुनना चाहिये ऐसा विकल्प जो वनस्पति आधारित हो और जिसके कोई दुष्प्रभाव भी न हों.
सोमेलो (Somalo) है स्थायी समाधान
घृतकुमारी अथवा ग्वारपाठा (Aloes) एक ऐसी वनस्पति है जिसे आयुर्वेद और विज्ञान दोनों ही, स्वास्थ्य के लिए सबसे अधिक कारगर बताते हैं.
एलोवेरा एक उत्तम रसायन भी है और औषधि भी.
शोधों में प्रमाणित हो चुका है कि यह एक ऐसा टॉनिक है जिसके नियमित सेवन से पाचन तंत्र की कार्यकुशलता सुचारू रहती है और हम कई आयु जनित विकारों से भी बचे रह सकते हैं.
इसे हमेशा उपयोग किया जा सकता है क्योंकि इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं होता. (1, 2, 3, 4, 5, 6)
सोमेलो (Somalo) के संयोजक तत्व
प्रति कैप्सूल के मुख्य संयोजक तत्व इस प्रकार हैं
High potency (10% aloin) Aloe barbedensis extract 550mg
Trikatu extract 50mg
Excepients QS
पैकिंग
90 कैप्सूल्स HDPE जार में.
सेवन विधि
टॉनिक के रूप में:
एक से दो capsules रात के भोजन से आधे घंटे बाद पानी के साथ या चिकित्सक के विशेष निर्देशानुसार.
पुरानी हठी कब्ज़ के निवारण के लिए:
एक कैप्सूल हर भोजन के उपरान्त; रोग के पूरे ठीक होने तक तक किया जाना चाहिये.
यदि इस टॉनिक या औषधि सम्बन्धी आपके कोई प्रश्न या जिज्ञासा हैं तो कृपया फ़ोन नंबर 76960 36990, 76960 46990, OR 78891 50990 पर सन्देश भेज कर समाधान ले सकते हैं