एलोवेरा (Aloe vera) अथवा घृतकुमारी आयुर्वेद की चुनिन्दा शीर्ष वनस्पतियों में से एक है जिसके गुणों के सन्दर्भ वेदों में भी उपलब्ध हैं.
आयुर्वेद की सैंकड़ों भस्मों, रस व रसायनों के उत्पादन में एलोवेरा का उपयोग होता है,
जिससे चिरकाल से ही इसके गुणकारी होने के साक्ष्य सिद्ध होते है.
एलोवेरा को धृतकुमारी, ग्वारपाठा, पाठा, क्वार्या, घिकुआर व कुमारी इत्यादि नामों से भी जाना जाता है.
यह ऐसा पौधा है जिसमें रोग निवारण के गुण प्रचुरता में मिलते हैं.
एलोवेरा के फायदे (Health benefits of Aloe vera)
आईये जानते हैं कि एलोवेरा हमें कितने स्वास्थ्य लाभ दे सकता है.
सौन्दर्य वर्धक
1 एलोवेरा के सेवन से त्वचा की खराबी, मुहांसे, रूखी त्वचा, धूप से झुलसी त्वचा,
झुर्रियां, चेहरे के दाग धब्बों, आखों के काले घेरों को दूर किया जा सकता है.
यह इसलिए होता है क्योंकि इसमें विटामिन A, C, E और K प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं, जिन्हें एंटीऑक्सीडेंटस कहा जाता है.
एंटीऑक्सीडेंटस के उपयोग से ही आप लम्बे समय तक जवान रह सकते हैं. (1)
2 मेहंदी में मिलाकर बालों में लगाने से बाल चमकदार व स्वस्थ बनते हैं.
3 त्वचा की नमी को बनाए रखता है जिससे त्वचा स्वस्थ रहती है. (2)
यह स्किन के कोलाजन को बढाकर इसे जवान और खूबसूरत बनाता है.
एलोवेरा UV और gamma radiation के प्रभाव को भी कम करता है, जिस कारण आप धूप से होने बाले सांवलेपन से बचे रहते हैं. (3)
4 नियमित सेवन से त्वचा भीतर से खूबसूरत बनती है
और बढती उम्र से त्वचा पर होने वाले कुप्रभाव भी कम होते हैं.
5 रक्त शोधन करता है जिससे कील मुहांसे की समस्या नहीं होती.
साथ ही हीमोग्लोबिन की कमी को पूरा करता है और शरीर में वहाईट ब्लड सेल्स की संख्या भी बढाता है.
पेट के लिए सर्वोत्तम
6 एलोवेरा के सेवन से कब्ज से राहत मिलती है.
यह पेट आँतों की सूजन में भी लाभकारी पाया गया है.
शोधों ने इसे अल्सरेटिव कोलाइटिस में भी लाभकारी पाया है. (4)
C-glucosyl chromone नामक तत्व जिसे सूजन निवारण के लिए अतिगुणकारी माना जाता है, एलोवेरा से ही निकाला जाता है.
7 एलोवेरा बवासीर, गर्भाशय के रोग और पेट के अन्य कई विकारों को भी दूर करता है.
अन्य लाभ
8 शरीर में शुगर स्तर का संतुलन उचित बना रहता है, जो डायबिटीज के प्रबंधन में लाभकारी है.
9 एलोवेरा के उपयोग से से मच्छर काटने पर फैलने वाले इन्फेक्शन को कम किया जा सकता है.
10 रोज एलोवेरा लेने से शरीर के जोडों के दर्द को भी कम किया जा सकता है.
उपयोग विधियाँ
इसे घर पर उगाना और जूस बनाना बड़ा ही आसान है.
जब आप घर पर इसका जूस तैयार करते हैं तो दो फायदे होते हैं.
एक तो जूस बनाने की कोई कीमत नहीं चुकानी पड़ती,
और साथ ही आप जो जूस तैयार करते हैं वह बिना किसी हानिकारक केमिकल preservative के होता है.
जूस बनाने की आसान विधि इस लेख पर उपलब्ध है.
एलोवेरा के सप्लीमेंट्स
हर एक के लिए घर पर एलोवेरा जूस निकालना संभव नहीं रहता.
साथ ही बाजारू पैक्ड जूस हानिकारक केमिकल preservatives युक्त होते हैं.
और इन्हें हर जगह ले जा पाना मुश्किल भी होता है, विशेषकर उनके लिए जिनकी दिनचर्या व्यस्त रहती हो.
एलोवेरा के गुणों के चलते इसका उपयोग एक हेल्थ सप्लीमेंट के रूप में भी बढ़ा है.
जिसमें इसके ड्राई एक्सट्रेक्ट के capsules का एक बड़ा बाज़ार दुनिया भर में उभरा है.
यदि आप भी एलोवेरा के गुणों का लाभ उठाना चाहते हैं तो सोमेलो (Somalo) के capsules रोजाना ले सकते हैं.
खरीदने देखने के लिए इस लिंक या नीचे के चित्र पर क्लिक कीजिये
आपकी त्वचा जवान और खिली खिली रहेगी, पेट भी सही रहेगा, एसिडिटी से भी राहत मिलेगी, रोगप्रतिरोधी क्षमता बढ़ेगी और एलोवेरा के तमाम अन्य गुणों का लाभ भी मिलेगा.
विशेष
एलोवेरा का अकेला उपयोग पेट में मरोड़ भी पैदा कर सकता है.
यदि ऐसा होता हो तो इसमें पुदीना या अदरक मिला लेना चाहिए.