बवासीर के मस्से बड़े कष्टकारी होते हैं।
ज़रा सा भी पेट गड़बड़ होता है, या कब्ज़ होती है, तो इनसे खून बहना आरम्भ हो जाता है.
ये बड़ी तकलीफ़ भी देते हैं.
बवासीर का रोग पेट के निरन्तर ख़राब रहने से पनपता है.
IBS संग्रहणी और कब्ज़ (constipation) दो ऐसे रोग हैं जिनके कारण बवासीर हो जाया करती है.
इस लेख में जानते हैं घरेलू उपाय अथवा इलाज, जो आपको बवासीर के मस्सों की तकलीफ से छुटकारा दिला सकते हैं।
यह उपाय घर पर उपलब्ध खाद्यों तथा आसपास से आसानी से मिलने वाली वनस्पतियों पर आधारित हैं।
1. नीम हरड का चूर्ण
100 ग्राम नीम की पत्तियां ले कर मिक्सी में पीस लें.
फिर 50 ग्राम छोटी हरड जिसे काली हरड भी बोलते हैं, का चूर्ण मिक्सी में बना लें.
25 ग्राम देसी बूरा शक्कर ले लें.
तीनों को मिला लें और आधे आधे ग्राम की गोलियां बना लें.
रोज़ दिन में तीन बार इसकी तीन गोलियां खाने से पहले कुनकुने पानी के साथ लें.
एक सप्ताह में पूरा आराम मिलेगा।
2. रीठा हरड का चूर्ण
50 ग्राम रीठे के छिलके (बीज निकाल दें) व 50 ग्राम छोटी हरड को ग्राइंडर में पीस कर चूर्ण बना लें.
इस चूर्ण का एक चम्मच दिन में तीन बार पानी से लें.
अगले दिन से ही लाभ मिलेगा।
3. बवासीर जिमीकंद वटी
सूरन (जमीकंद) को आग में भुनकर या उबाल कर सुखा लें.
फिर उसका चूर्ण बना लें।
इस चूर्ण के 32 तोला, चित्रक 16 तोला, सोंठ 4 तोला, काली मिर्च 2 तोला, गुड़ 108 तोला इन सबको मिलाकर
छोटे-छोटे बेर जैसी गोलियां बना लें।
इसे सूरनवटी या सुरनवटक भी कहते हैं।
ऐसी 3-3 गोलियाँ सुबह-शाम खाने से अर्श (बवासीर) में लाभ होता है।
4. वट का दूध व नीम पत्तियां
वट अथवा बरगद बृक्ष की कोमल पत्तियों को तोडें.
उनसे दूध निकलता है.
इस दूध की 20 बूँद नीम के 10 पत्तों के साथ नित्य सुबह सेवन करें.
खूनी बवासीर का रक्तस्राव तुरंत एक दिन में बन्द होता है।
5. नीम तेल
नीम का तेल मस्सों पर लगाने से एवं 4-5 बूँद रोज पीने से लाभ होता है।
6. मूली और छाछ
पत्तों समेत मूली की भाजी बनायें.
इसकी एक या दो कटोरी छाछ के साथ दिन में तीन बार उपयोग करें.
इस उपयोग में गेहूं की रोटी का सेवन बंद कर देना चाहिए.
दो दिन में लाभ मिल जाता है. इसे लगातार 3 से 6 सप्ताह तक लेने से मस्से समाप्त भी हो जाते हैं.
7. नीम्बू के छिलके
नीम्बू के छिलके सुखा कर चूर्ण बना लें या फिर ताज़ा छिलकों को पीस लें.
उनमें हल्दी, काली मिर्च व सेंधा नमक मिला कर चूर्ण या चटनी बना लें.
एक चम्मच दिन में तीन बार लें.
तुरंत लाभकारी नुस्खा है.
8. अनार का छिलका और हरड
अनार का छिलका एक भाग और छोटी काली हरड तीन भाग ले कर चूर्ण बना लें.
आधा भाग हल्दी का पाउडर, स्वादानुसार काला नमक, सौंठ और काली मिर्च मिला लें.
इस चूर्ण का उपयोग बवासीर के उग्र होने पर करें तो राहत मिलती है.
9. छाछ जीरा का सेवन
छाछ में सोंठ का चूर्ण, सेंधा नमक, पिसा जीरा व जरा-सी हींग मिलाकर सेवन करने से बवासीर में लाभ होता है।
यह उपाय सबसे सरल भी है और कारगर भी.
यदि आपके पास भी कोई नुस्खा हो तो कृपया कमेंट में लिखिए, जिससे सब को लाभ मिले.
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