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बालतोड़ – कारण और उपचार के 5 अनुभूत उपाय

बालतोड़ एक दर्दकारी समस्या है जो सबको तो नहीं, लेकिन कईयों को अकसर परेशान करती रहती है.

बालतोड़ in english में बॉईल (Boil) कहा जाता है.

इसके अन्य english names: furuncle और deep folliculitis हैं.

ऐसा क्यों है कि यह सब को न होकर किसी किसी को ही होता है, और क्या हैं इसके बार बार होने से बचने के उपाय.

जानिए बालतोड़ क्या है, बालतोड़ कैसे होता है और क्यूँ होता होता है यह.

साथ ही जानेंगे इसके घरेलू इलाज, उपाय अथवा उपचार जो चिरकाल से अनुभूत माने जाते हैं.

बालतोड़ क्यों होता है (what causes boils in hindi)

बालतोड़ तब होता है जब त्वचा पर किसी बाल का रंध्र (hair follicle) बैक्टीरिया से संक्रमित  हो जाता है.

और इसका सिरा अवरोधित हो कर एक छोटी सी लाल फुंसी का रूप ले लेता है.

यह Staphylococcus aureus नामक बैक्टीरिया के कारण होता है.

संक्रमण के चलते इसका आकार बढ़ने लगता है जो बालतोड़ की गांठ में बदलकर अत्यंत पीड़ादायी बनते लगता है.

यह तब तक चलता है जब तक कि इसमें से पस त्वचा की सतह से फूट कर बाहर नहीं निकल जाती.

या फिर शरीर की एंटी बैक्टीरियल प्रणाली इसे पुन: अवशोषित नहीं कर लेती.

बार बार बालतोड़ होना

हर किसी की रोग प्रतिरोधक क्षमता अलग अलग होती है.

इस कारण हर कोई Staphylococcus aureus नामक बैक्टीरिया से बार बार संक्रमित नहीं होता.

सामान्यत: एक दो बार बालतोड़ हो जाने पर हमारे शरीर में बालतोड़ बैक्टीरिया रोधी प्रणाली भी विकसित हो जाती है

जो भविष्य में इसके होने से बचाव करती रहती है.

कुछेक में किसी कारण, यह प्रतिरोध विकसित होने में वर्षों लग जाते हैं.

या फिर बहुत ही कम लोगों में यह प्रतिरोध विकसित ही नहीं हो पाता.

चिंता की कोई बात नहीं.

यदि आप को ये बार बार परेशान करते हैं तो इस लेख के अंत में दिए गए उपायों से आप इनसे निजात पा सकते हैं.

किस उम्र और कहाँ हो सकते हैं बालतोड़

बाल तोड़ होने की कोई विशेष उम्र नहीं होती न ही कोई वेशेष जगह.

6-8 वर्ष की आयु के बाद यह किसी को भी हो सकता है.

साथ ही, ये शरीर के किस्सी भी हिस्से में हो सकता है.

क्या है बालतोड़ का इलाज

बालतोड़ के उपचार जितने भी हैं चाहे वे एलोपैथिक हों, आयुर्वेदिक हों या घरेलू; सब के दो  ही ध्येय रहते हैं.

1.. संक्रमण को बढ़ने से रोकना जिससे पीड़ा कम हो जाए या मिट जाए.

2.. त्वचा को मुलायम करना, जिससे अंदर रुकी हुई पस बाहर निकल जाए और आराम मिल सके.

बालतोड़ इलाज के 5 अनुभूत उपाय

नीचे दिए गए इलाज बड़े आसान भी हैं और कारगर भी.

आपको इनमें से कोई एक ही अपनाना है.

  1. एक रीठा (soapberry या soapnut) को पानी के साथ किसी पत्थर पर घिस कर पेस्ट बना लें.

इस पेस्ट को बालतोड़ पर दिन में दो या तीन बार लगायें; खासकर सोते समय ज़रूर लगायें. 12 से 24 घंटे में आराम मिल जायेगा.

  1. फिटकरी को पानी में भिगो कर बालतोड़ पर लगायें.

ये क्रिया दिन में तीन चार बार दोहराने से तुरंत लाभ मिलता है.

  1. कनेर का दूध भी बालतोड़ की दवाई है. इसे बालतोड़ पर लगाने से तुरंत प्रभावी लाभ मिलता है.

  2. बालतोड़ पर लहसुन या प्याज़ का रस लगाएं.

इससे इन्फेक्शन का बढाव रुक जाता है और इसका का मुहं भी खुल जाता है.

  1. लौंग एक प्रभावी बालतोड़ बालतोड़ की मेडिसिन है.

एक लॉन्ग को पानी की 5-7 बूदों के साथ घिस कर बालतोड़ पर दिन में दो या तीन बार लगाने से इसका का मुहं खुल जाता है.

पस निकल जाती है और सूजन ख़त्म हो कर आराम मिलता है.

बालतोड़ की टेबलेट, बालतोड़ क्रीम से भी फौरी राहत पाई जा सकती है.

बार बार बालतोड़ होना – बचाव

बार बार बालतोड़ होने का कारण  Staphylococcus aureus वायरस होता है.

यदि बार बार बालतोड़ होते हों तो आपको ऐसे योग लेने चाहिये जो आपकी रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएं.

अमृतयोग एक ऐसा विकल्प है जिसके उपयोग से आप बार बार के बालतोड़ से बच सकते हैं.

इसे आपको दो तीन माह तक लेना चाहिये.

Amrit Yog (अमृतयोग) – बेहतरीन सुरक्षा कवच

अमृतयोग एक लोकप्रिय शक्तिवर्धक टॉनिक भी है जिसके सेवन से कई अन्य स्वास्थ्य लाभ भी मिलते हैं.





 

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3 thoughts on “बालतोड़ – कारण और उपचार के 5 अनुभूत उपाय”

  1. मुझे हर महीने बार बार बालतोड़ होते थे. इस लेख को पढने के बाद मैंने अमृतयोग उपयोग किया लगातार 4 महीने. और अब पिछले 7-8 महीने से कोई भी बालतोड़ नहीं हुआ है. आपकी औषधि सचमुच बेहद कारगर है.

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