आजकल के शोध इस बात को मानते हैं कि हर समस्या के लिये दर्द निवारक (pain-killers or NSAIDs) व एंटीबायोटिक्स लेना ठीक नहीं. हर छोटी मोटी बीमारी के लिये सबसे बेहतर उपाय आसान देसी नुस्खे ही रहते है.
चाहे सिर में दर्द हो या फिर हाई बीपी की समस्या हो, घर की रसोई में रखे मसाले हर वक्त काम आ सकते हैं.
हालांकि आज कल बहुत ही कम लोग हैं जो घरेलू नुस्खे आजमाते हैं.
लेकिन यदि बीते जमाने की बात की जाए तो हमारे बुज़ुर्ग इन्हीं के भरोसे अपनी पूरी जिंदगी काट लेते थे.
और वे मुख्यतः नीरोगी भी रहते थे.
उन्हें मोटापा, आर्थराइटिस, थयोरोइड, बीपी जैसी समस्याएं नहीं के बराबर होती थी.
आसान देसी नुस्खे, आप भी जानिये
आप भी आजमा सकते हैं इन घरेलू नुस्खों को, जो बडे़ ही काम के माने जाते हैं.
हां, यदि किसी नुस्खे कोई तकलीफ होती है तो इसे तुरंत ही छोड़ दें.
हो सकता है कोई चीज़ आपको माफिक नहीं आती हो।
1. कील मुहांसे
आंखे बंद कर नीबू या संतरे के छिलके को दबा कर स्प्रे करें.
लाभ मिलेगा.
दूसरा उपाय
चेहरे को पानी से गीला करें, फिर फिटकरी की डली मुंसों वाली जगह पर मल लें.
दो दिन में ही लाभ मिलेगा.
2. गले की खराश
काली मिर्च या लोंग मुंह में रखें, खराश तुरंत मिट जायेगी.
5-10 तुलसी के पत्तों को पानी में उबालें और उस पानी से गरारा करें।
3. एसिडिटी, अफारा या पेट फूलना
आधा चम्मच अजवाइन चबाएं फिर आधा गिलास पानी पी लें.
1/4 चम्मच मीठा (बेकिंग) सोडा एक गिलास में लें.
इसे आधा पानी से बार लें.
अब इस में एक नीबू निचोड़ कर तुरंत पी जाएँ.
शीघ्र फायदा होगा.
ठन्डे दूध से भी एसिडिटी में तुरंत रहत मिलती है,
4. पेट में मरोड़
पुराने नीम्बू का आचार अजवायन मिला कर खाएं. तुरंत लाभ मिलेगा.
अनार का या नीम्बू का छिलका खायें; यह भी लाभ देते हैं.
5. दस्त लगने पर
अनार का छिलका, आम की गुठली या जामुन गिरी काला नमक मिला कर खाएं.
नीम्बू का आचार और छिलका भी लाभ देते हैं.
6. कब्ज़
रात को सोते समय ठंडा दूध पियें.
यदि उपलब्ध हो तो साथ में त्रिफला चूर्ण ले लें.
फाइबर युक्त आहार जैसे कच्ची भिन्डी, लसोड़ा, एलोवेरा, आम, इसबगोल भी कब्ज़निवारक होते हैं.
7. सिरदर्द
अजवाइन या मेथी पाउडर का आधा चम्मच चबा जाएँ. फिर पानी पी लें.
यदि सिर दर्द एसिडिटी के कारण है तो एसिडिटी का पहले बताया प्रयोग करें.
8. मुंह के छाले (ओरल अल्सर)
नारियल का तेल लगायें. नारियल चबाएं. तुरंत लाभ मिलेगा.
पका केला और शहद मिला कर खाने से तुरंत राहत मिलती है।
या फिर इसे पेस्ट बना कर भी मुंह में लगाया जा सकता है।
9. लू से बचने के लिये
प्याज़ का नित्य उपयोग करें.
मुझे इसका वैज्ञानिक आधार तो पता नहीं, लेकिन मध्य प्रदेश, राजस्थान आदि में लोक मान्यता है कि गर्मी के दिनों में जेब में प्याज़ रखने से लू का प्रकोप कम हो जाता है
10. हाई बी पी
मोबाइल, टीवी से दूर हो जाएँ, किसी से बात भी न करें.
नित्य दो बार (प्रातः एवं सांयकाल) शवासन (10 मिनट) या योगनिद्रा (20 से 30 मिनट) करें.
हाई BP कभी भी आपके पास नहीं आयेगा.
मीठी सौंफ, मेथी दाना व मुलेठी सम भाग में ले कर चूर्ण बना लें.
सुबह-शाम पानी के साथ लें। इसे पंद्रह दिनों तक लेने से लाभ मालूम होगा।
11. अस्थमा व फेफड़ों में बलगम
गुड या शहद लेने से जमा हुआ बलगम खुल जाता है.
सितोप्लादी चूर्ण लेकर उसे शहद में मिलाएं.
दिन में दो तीन बार आधा आधा चम्मच लें.
आश्चर्यजनक लाभ मिलेगा.
दालचीनी पावडर को एक चम्मच शहद के साथ मिला कर के रात में सोने से पहले खाएं।
12. रूसी (Dandruff)
एप्पल साइडर विनेगर या नीम्बू का रस नहाने से पहले बालों में लगायें.
फिर बाल धो लें.
रूसी दिखेगी भी नहीं.
कपूर और नारियल तेल लगाएं।
इसे रोज रात को सोने से पहले भी लगाया जा सकता है।
13. मासिक धर्म संकट
मासिक धर्म से 2-3 दिन पहले से ही मीठी सौंफ का सेवन आरम्भ कर दें.
एक चम्मच सौंफ कम से कम दिन में तीन चार बार लें.
तकलीफ से राहत मिलेगी.
एक गिलास ठंडे पानी में 2-3 नींबू निचोड़ कर रोज पीने से राहत मिलती है.
14. जलने पर
जलने पर तुरंत ठंडा पानी या बर्फ लगायें.
एलोवेरा के हरे भाग का लेप लगायें.
कच्चे आलू का रस निकालकर लगाने से भी फायदा होता है.
तेज धूप से त्वचा झुलस गई हो, त्वचा पर झुर्रियां हों या कोई त्वचा रोग हो तो भी एलो वेरा के हरे भाग से लाभ होता है.
15. घर का पानी साफ़ करने के उपाय
फिटकरी की डली को 10 से 15 बार पानी में घुमा दें, पानी साफ़ हो जायेगा.
यदि आपके पास भी कोई नुस्खे हों तो शेयर ज़रूर करियेगा.