गर्मियों का मौसम सेहत के लिए कई चुनौतियों भरा रहता है.
दिन की तेज़ धूप में लू लगने का खतरा बना ही रहता है.
बचने के लिए हम सभी उपाय जैसे सिरको ढक के रखना, छाता लेकर चलना, बार बार पानी पीना करते ही हैं.
लेकिन यदि आप गर्मियों में ठंडक पाने के 10 उपाय जान कर कोई एक दो भी अपना लें तो दुष्प्रभाव तो कम होता ही है साथ ही हमें स्वास्थ्य लाभ भी मिल जाते हैं.
गर्मियों में ठंडक पाने के 10 उपाय
1 चन्दन
सफ़ेद चन्दन एक उम्दा शीतल औषधि है.
इसके उपयोग से शीतलता तो मिलती है, साथ ही पसीने की दुर्गन्ध और घमौरियों से भी राहत मिलती है.
चन्दन का उपयोग दाह और तृषा नाशक भी होता है.
बाज़ार में चन्दन का बुरादा मिलता है.
इसका एक चम्मच ले कर एक गिलास पानी में उबाल कर ठंडा होने पर फ्रिज में रख लें.
एक दिन बाद छान लें.
हर पानी की बोतल में इसके एक या दो चम्मच डाल दिया करें.
पानी स्वादिष्ट भी हो जायेगा और आपको ठंडक भी मिलेगी.
2 नारियल पानी
नारियल पानी में इलेक्ट्रोलाइटस (सोडियम, पोटैशियम) का बेहतरीन संतुलन मिलता है, जो डिहाइड्रेशन को रोकता है.
इसमें अन्य विटामिन्स और मिनरल्स भी मिलते हैं.
यदि आपके आसपास ताज़े नारियल का पानी मिलता है, तो ज़रूर सेवन करें.
यहाँ एक बात और भी बताने योग्य है.
वर्ल्ड वॉर 2 के युद्ध में बर्मा (आजकल म्यांमार) में कुछ डॉक्टरों को घायल फौजियों की जान बचाने के लिए सेलाइन नहीं मिल पा रहा था.
तो उन्होंने नारियल पानी के इंजेक्शन लगा कर कईयों की जान बचाई थी.
3 घुलनशील फाइबर
गोंद बादाम, गोंद कतीरा, ईसबगोल इत्यादि फाइबर के उत्तम स्रोत होते हैं.
गर्मियों में फाइबर का उपयोग शरीर में पानी की कमी नहीं होने देता क्योंकि यह पानी को अपने भीतर समा लेते हैं
और फिर धीरे धीरे छोड़ते हैं.
इन सबमें बादाम की गोंद सर्वश्रेष्ठ होती है.
इन गोंद्युक्त आहारों का सेवन कीजिये.
यह ठंडक भी पहुँचायेगे और आँतों की गतिशीलता भी बना कर रखेंगे.
फाइबर का उपयोग अतिसार, कब्ज़ और संग्रहणी IBS जैसे विकारों के लिए भी लाभकारी रहता है.
आयुर्वेद सेंट्रल का उत्पाद PBF इसीलिए IBS संग्रहणी के उपचार में दिया जाता है.
4 जलजीरा
गर्मियों में जलजीरा का भी अपना ही महत्व है.
जलजीरा में पुदीना, टारट्री, नमक, चीनी और ठंडक पहुँचाने वाले मसालों का समावेश रहता है.
इसे वैसे ही समझिये जैसे आप कोई ग्लूकोस और इलेक्ट्रोलाइट इकट्ठे ले रहे हों.
ठन्डे पानी में जलजीरा मिलाकर सेवन करें.
चाहें तो इसमें नीम्बू मिला लें.
यह आपको ठंडक तो देगा ही साथ ही आपका पेट भी साफ़ रखेगा.
5 नीम्बू
गर्मियों में अधिक पसीना निकलने के कारण पानी में घुलनशील विटामिन्स और मिनरल्स का नुक्सान होता है,
जिनमें विटामिन C, पोटैशियम और सोडियम मुख्य होते हैं.
नीम्बू का उपयोग करें.
इसे ताज़ा निचोड़कर पानी में मिला कर लें.
यदि नीम्बू न मिले तो घर पर उपलब्ध नीम्बू के अचार का उपयोग करें.
ठंडक तो मिलेगी ही पेट की जलन भी दूर हो जायेगी.
6 गन्ने का रस
गर्मियों में अधिक पसीने से रक्त शुगर कम होने लगती है.
जिससे आप जल्दी थकान महसूस करते हैं.
इस मौसम में गन्ने का रस एक बेहतरीन प्राकृतिक उपहार है.
गन्ने का रस पीजिये इसका सोडाफिज्ज़ बनाकर लीजिये.
तुरंत उर्जा का संचार होने लगेगा.
दुनिया भर में गन्ने का रस ही एक ऐसा एकमात्र जूस है जो सबसे अधिक पिया जाता है.
7 प्याज़
गर्मियों में प्याज़ का सेवन लू लगने से बचाता है.
प्याज़ के सल्फर युक्त यौगिक अवयव शरीर में पानी की कमी होने से रोकते हैं.
यदि आप धूप में निकलने को मजबूर है तो प्याज़ का सेवन करके निकलें.
खाने के साथ कच्चे प्याज़ का सलाद खाएं, लू से बचे रहेंगे.
8 धनिया
शीतलता के लिए धनिया एक बेहतरीन विकल्प है.
चन्दन की तरह ही धनिया भी शीतलता के लिए जाना जाता है.
इसके उपयोग से ठंडक तो मिलती ही है साथ में पसीने की दुर्गन्ध भी दूर होती है.
गर्मियों में हरा धनिया मिलना थोडा कठिन हो सकता है.
ऐसे में धनिया बीज के चूर्ण का एक चम्मच फांक लें और ऊपर से पानी पी लें.
आप पाएंगे कि आपको गर्मी कम लग रही है.
9 तरबूज़
प्रकृति ने गर्मियों में हाइड्रेशन से बचने के लिए सब कुछ उपलब्ध किया है.
तरबूज भी एक ऐसी ही सौगात है.
इसमें लगभग 97% पानी रहता है और चीनी, मिनरल्स और विटामिन्स का संतुलित समावेश भी.
तरबूज़ का उपयोग करें.
आपको ठंडक तो मिलेगी ही साथ ही उर्जा भी मिलेगी.
बस एक बात का ध्यान रखें.
यदि आपका पेट कमज़ोर है तो इसका अधिक सेवन न करें.
तरबूज एक उच्च FODMAP फल है जिसके अधिक सेवन से दस्त, मरोड़ और उल्टियाँ होने का खतरा रहता है.
10 खीरा
तरबूज़, नारियल की तरह ही खीरा भी एक उत्तम हाइड्रेटिंग आहार है.
खीरा शीतलता देता है और इसमें बड़ी मात्रा में पानी और कम मात्रा में खनिज तत्त्व पाये जाते हैं.
बस इसमें शुगर न के बराबर ही मिल पाती है.
खीरा खाएं. यह मूत्र की जलन शांत करता है और यकृत ( लिवर) के लिए भी हितकारी रहता है.
फाइबर का बढ़िया स्रोत होने के कारण खीरा भूख बढाने के साथ ही आँतों को सक्रिय रखता है.
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बढ़िया जानकारी के लिये आभार, धन्यवाद.